केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और सीएम मोहन यादव ने की महाकाल मंदिर में पंचामृत पूजा

सिंहस्थ 2028 की तैयारियों का लिया जायजा

केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और सीएम मोहन यादव ने की महाकाल मंदिर में पंचामृत पूजा

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मध्य प्रदेश के उज्जैन में मंगलवार (23 दिसंबर) को धार्मिक और विकासात्मक गतिविधियों का विशेष संगम देखने को मिला। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मध्य प्रदेश भाजपा के प्रभारी श्री महेंद्र सिंह ने विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन किया और विधिवत पंचामृत पूजा संपन्न की।

महाकाल मंदिर पहुंचने पर अतिथियों ने गर्भगृह में भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। पंचामृत पूजा का संपादन आचार्य आकाश गुरु द्वारा वैदिक विधि-विधान से कराया गया। पूजा-अर्चना के पश्चात महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से कलेक्टर एवं समिति अध्यक्ष रोशन कुमार सिंह, मंदिर प्रशासक तथा अपर कलेक्टर प्रथम कौशिक ने अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं से अवगत कराया। उन्होंने महाकालेश्वर बैंड और अन्न प्रसाद योजना की जानकारी दी, जिसके तहत श्रद्धालुओं को नियमित रूप से रागी के लड्डू वितरित किए जाते हैं। इसके बाद केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री ने स्वयं महाकालेश्वर नि:शुल्क भोजन प्रसाद केंद्र में श्रद्धालुओं को प्रसाद परोसा। दोनों नेताओं ने प्रसाद केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं और व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की और वहीं पोहा-जलेबी का हल्का नाश्ता किया।

 

धार्मिक कार्यक्रमों के बाद केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में निर्माणाधीन मेडिसिटी मेडिकल कॉलेज भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने परियोजना से जुड़े अधिकारियों, इंजीनियरों और कर्मचारियों से मुलाकात कर निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान परियोजना के ब्लूप्रिंट और स्वास्थ्य अधोसंरचना से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। निरीक्षण के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि निर्माण कार्य गुणवत्ता और समय-सीमा के भीतर पूरा हो।

इसके बाद दोनों नेताओं ने सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के तहत शिप्रा नदी के घाटों पर चल रहे कार्यों का भी निरीक्षण किया। घाटों के विकास, सुरक्षा व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं को लेकर अधिकारियों से जानकारी ली गई। सिंहस्थ जैसे विशाल धार्मिक आयोजन को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों की प्रगति का आकलन किया गया।

इस दौरे के दौरान यह संदेश स्पष्ट रहा कि मध्य प्रदेश सरकार एक ओर जहां प्रदेश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को सशक्त करने पर ध्यान दे रही है, वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के विकास को भी समान प्राथमिकता दे रही है। महाकाल दर्शन से लेकर मेडिकल कॉलेज और सिंहस्थ 2028 की तैयारियों तक, यह दौरा राज्य के समग्र विकास दृष्टिकोण को दर्शाता है।

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