असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को अपने बेटे नंदिल सरमा की उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक संदेश साझा किया। नंदिल ने 5 दिसंबर को बहरीन में आयोजित प्रतिष्ठित आयरन मैन 70.3 रेस सफलतापूर्वक पूरी की, जिसे दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण सहनशक्ति प्रतियोगिताओं में से एक माना जाता है।
आयरन मैन 70.3 में प्रतिभागियों को लगातार 1.9 किमी तैराकी, 90 किमी साइक्लिंग और 21.1 किमी दौड़ पूरी करनी होती है। नंदिल ने यह कठिन रेस 6 घंटे 48 मिनट में पूरी की। खास बात यह है कि उन्होंने केवल तीन से चार महीनों की तैयारी के बाद यह उपलब्धि हासिल की।
मुख्यमंत्री सरमा ने लिखा, “एक गर्वित पिता: शुक्रवार, 5 दिसंबर को, मेरे बेटे नंदिल ने बहरीन में आयरनमैन 70.3 पूरा किया, जिसमें लगातार 1.9 किमी तैराकी, 90 किमी साइकिलिंग और 21.1 किमी दौड़ शामिल थी। उसने सिर्फ 3-4 महीने की तैयारी के बाद 6 घंटे 48 मिनट में इसे पूरा किया।” इस उद्धरण को हिंदी में साझा करते हुए उन्होंने बेटे के अनुशासन और मेहनत की सराहना की।
From a proud father:
On Friday, 5th December, my son Nandil completed the Ironman 70.3 in Bahrain — a gruelling 1.9 km swim, 90 km cycle and 21.1 km run, all in one continuous push. He finished in 6 hours 48 minutes, after just 3–4 months of preparation.
He now sets his sights on… pic.twitter.com/fCb1GsFuvD— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) December 7, 2025
नंदिल के अगले लक्ष्य का जिक्र करते हुए सरमा ने बताया कि उनका बेटा अब फुल आयरनमैन रेस को पूरा करने का इरादा रखता है, जिसमें 3.8 किमी तैराकी, 180 किमी साइक्लिंग और 42.2 किमी की मैराथन शामिल है। यह दुनिया की कठिनतम एंड्योरेंस चुनौतियों में गिना जाता है। नंदिल का लक्ष्य है कि वह यह उपलब्धि अगले वर्ष मई में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु से ग्रेजुएशन पूरा होने से पहले हासिल कर ले।
CM सरमा ने लिखा, “अब उनका लक्ष्य एक फुल आयरनमैन है। 3.8 किमी तैराकी, 180 किमी साइकिलिंग और 42.2 किमी दौड़, जिसे वह अगले साल मई में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु से ग्रेजुएट होने से पहले पूरा करना चाहते हैं।” अपने संदेश के अंत में उन्होंने प्रेरणादायक शब्द जोड़ते हुए कहा, “उन्हें शक्ति, खुशी और अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने का साहस मिले, इसकी कामना करते हैं।”
मुख्यमंत्री द्वारा साझा किए गए इस पोस्ट पर कई लोगों ने बधाइयाँ देते हुए नंदिल के जज्बे की प्रशंसा की है। खेल विशेषज्ञों का मानना है कि कम समय में की गई तैयारी के बावजूद नंदिल का प्रदर्शन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है।
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