भारत लगातार दूसरे आईसीसी खिताब पर नज़र गड़ाए हुए है और रविवार की रात चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खिताबी मुकाबले के लिए तैयार है। भारत ने यह ट्रॉफी 12 साल पहले जीती थी, जबकि न्यूज़ीलैंड इसे 25 साल बाद दोबारा जीतने की कोशिश करेगा। दिलचस्प बात यह है कि न्यूज़ीलैंड ने अपना पहला आईसीसी खिताब 2000 में भारत को हराकर ही जीता था।
भारत ने अब तक टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा है, जबकि न्यूज़ीलैंड को सिर्फ भारत के खिलाफ ही हार का सामना करना पड़ा था। सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया, जबकि न्यूज़ीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को शिकस्त देकर फाइनल में जगह बनाई।
आईसीसी टूर्नामेंट में भारत-न्यूज़ीलैंड की भिड़ंत
दोनों टीमें आईसीसी वनडे टूर्नामेंट में अब तक 12 बार आमने-सामने आ चुकी हैं, और जीत-हार का रिकॉर्ड बराबरी पर है। वनडे वर्ल्ड कप में इनका सामना 10 बार हुआ, जिसमें दोनों टीमों ने 5-5 मैच जीते हैं।
2023 वनडे वर्ल्ड कप में भारत ने न्यूज़ीलैंड को दो बार हराया—पहले ग्रुप स्टेज में और फिर सेमीफाइनल में। चैंपियंस ट्रॉफी में भी इनका आमना-सामना दो बार हुआ है। 2000 के फाइनल में न्यूज़ीलैंड ने भारत को हराकर खिताब जीता था, जबकि ग्रुप स्टेज में भारत ने न्यूज़ीलैंड को मात दी थी।
क्या दुबई की पिच भारत के लिए फायदेमंद होगी?
माना जा रहा है कि दुबई की परिस्थितियाँ और एक ही मैदान पर लगातार खेलने का फायदा भारतीय टीम को मिलेगा। भारत ने दुबई में अब तक 10 वनडे खेले हैं, जिनमें 9 में जीत हासिल की है और एक मुकाबला टाई रहा है।
भारतीय स्पिनर्स को इस धीमी पिच से फायदा मिल सकता है, लेकिन न्यूज़ीलैंड के पास भी मजबूत स्पिन अटैक है। मिचेल सैंटनर, माइकल ब्रेसवेल और ग्लेन फिलिप्स जैसी स्पिन तिकड़ी इन पिचों का बेहतरीन इस्तेमाल करना जानती है। न्यूज़ीलैंड पिछली हार से सबक लेकर इस बार और मजबूत रणनीति के साथ उतरेगा।
संभावित प्लेइंग XI
भारत:
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, अक्षर पटेल, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती
न्यूज़ीलैंड:
विल यंग, रचिन रविंद्र, केन विलियमसन, डैरिल मिचेल, टॉम लैथम, ग्लेन फिलिप्स, माइकल ब्रेसवेल, मिचेल सैंटनर (कप्तान), काइल जैमीसन, मैट हेनरी/नेथन स्मिथ/जेकब डफी, विलियम ओ’रुर्क
न्यूज़ीलैंड के लिए तेज़ गेंदबाज मैट हेनरी की चोट चिंता का विषय बनी हुई है। अगर वह फिट नहीं होते हैं, तो उनकी जगह नेथन स्मिथ या जैकब डफी को मौका मिल सकता है। अब देखना होगा कि क्या भारत एक और आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम करेगा या न्यूज़ीलैंड 25 साल बाद फिर से चैंपियंस ट्रॉफी का विजेता बनेगा।