वडोदरा का दौरा करते हुए पुराने दिनों को याद करने लगे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर

इंटरनेशनल मास्टर्स लीग (आईएमएल) 2025 के तहत वडोदरा के कोटांबी स्टेडियम में पांच प्रमुख मैच आयोजित किए जा रहे हैं। इस दौरान क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाड़ी, जिनमें सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह और पठान बंधु शामिल हैं, शहर में पहुंचे। दौरे के बीच मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को अभ्यास करते देखा गया, जिससे प्रशंसकों की उत्सुकता बढ़ गई। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें सचिन अपने वडोदरा से जुड़े शुरुआती क्रिकेट अनुभवों को याद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब वह 14 साल के थे, तब पहली बार रणजी ट्रॉफी टीम के साथ इस शहर में आए थे।

वीडियो में सचिन कहते हैं, “मैं वडोदरा में हूं और मेरे पीछे वही मोतीबाग मैदान है, जहां मैं पहली बार 14 साल की उम्र में आया था। हमारी टीम का ड्रेसिंग रूम एक तरफ था और दूसरी तरफ मैदान फैला हुआ था। यहां कदम रखते ही पुरानी यादें ताजा हो गईं।” उन्होंने उस दौर को भी याद किया जब मैदान टेंटों से घिरा रहता था और क्रिकेट देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक उमड़ते थे।

वडोदरा हाल के वर्षों में भारतीय क्रिकेट का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। शहर ने अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैचों और महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों की मेजबानी की है। अब, आईएमएल 2025 इस क्रिकेट विरासत को और समृद्ध कर रहा है। कोटांबी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में कई बड़े मैचों के आयोजन के साथ, क्रिकेट प्रेमियों को दिग्गज खिलाड़ियों को करीब से देखने का अवसर मिल रहा है।

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यह शहर बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) का केंद्र है, जिसने भारतीय क्रिकेट को विजय हजारे, चंदू बोर्डे, नयन मोंगिया और पठान बंधुओं जैसे खिलाड़ी दिए हैं। इतिहास के पन्नों में मोतीबाग क्रिकेट ग्राउंड का खास स्थान रहा है, जो दशकों से उभरते क्रिकेटरों का प्रशिक्षण स्थल रहा है। वहीं, बीसीए कोटांबी स्टेडियम ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी कर क्रिकेट के नक्शे पर वडोदरा को मजबूती से स्थापित किया है। सचिन तेंदुलकर का यह दौरा उनके लिए सिर्फ एक और टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं था, बल्कि यह उस मैदान पर वापसी थी, जहां से उनके क्रिकेट करियर की एक अहम यात्रा शुरू हुई थी।

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