सरकार जाते जाते उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदल गए। लेकिन इस फैसले राजनीति शुरू हो गई है। इस पर तमाम मुस्लिम नेताओं ने विरोध जताया है। इसमें वे भी नेता शामिल है जो एमवीए सरकार में थे। लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इन नेताओं का इसका विरोध क्यों ?