उन्होंने आईएएनएस के साथ खास बातचीत में कहा कि ‘आप’ ने 2022 में ‘जय भीम योजना’ को बंद कर दिया था और अब भाजपा पर इसे बंद करने का झूठा आरोप लगा रही है।
उन्होंने दावा किया कि इस योजना में ‘आप’ सरकार ने कोविड काल के दौरान 145 करोड़ रुपए का घोटाला किया, जबकि इसका बजट केवल 15 करोड़ रुपए था। इस मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) को सौंपी गई है। मोबाइल फोन खर्च के मुद्दे पर सूद ने कहा कि मोबाइल आज की तारीख में एक जरूरी उपकरण है, जो जनप्रतिनिधियों के लिए चलता-फिरता ऑफिस है।
उन्होंने बताया कि 2013 में मंत्रियों और मुख्यमंत्री के लिए मोबाइल खर्च की सीमा क्रमशः 45,000 और 50,000 रुपए थी, जिसे सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत जीएसटी के अनुसार बढ़ाया गया।
सूद ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार में केवल एक मंत्री ने इस खर्च का दावा किया, जबकि ‘आप’ के नेताओं ने कोविड काल में अपनी सीमा से अधिक लाखों रुपए के फोन खरीदे।
उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर चार मोबाइल लेने का आरोप लगाया और कहा कि ‘आप’ के नेता ‘बेरोजगार’ हैं, जो भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं।
सूद ने ‘आप’ नेताओं अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, आतिशी और सौरभ भारद्वाज पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग बार-बार अपनी खर्च सीमा बढ़ाने की मांग करते रहे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ‘आप’ नेता ‘लाल किला’ भी अपने नाम करा लेंगे।
सूद ने ‘आप’ पर दिल्ली की जनता के साथ धोखा करने का आरोप लगाया और कहा कि अगर ‘आप’ ने अच्छा काम किया होता, तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता के लिए भाजपा सरकार पानी, सीवर, बस, स्कूल और फीस जैसे जरूरी काम कर रही है।
केजरीवाल के घोटाले दिल्ली के लोगों के सामने आएंगे : पंकज कुमार सिंह!



