नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने एक और चक्रवात यास के आने की बात कही है। मौसम विभाग ने यास को बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका जताई है। यास के 26 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल को पार कर सकता है। वहीं इस तूफानी चक्रवात को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें तैयारियां शुरू कर दी हैं। पांच राज्यों अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं चक्रवाती तूफान ‘यास’ को लेकर पीएम मोदी रविवार 11 बजे वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के प्रतिनिधियों और टेलीकॉम, बिजली, आदि के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में अमित शाह के अलावा अन्य मंत्रियों के भी शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार चक्रवाती तूफान यास 26 मई की शाम को पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटों तक पहुंच सकता है। चक्रवाती तूफान यास से होने वाले खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने तटीय जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में टीमों की तैनात कर दी गई हैं।
चक्रवाती तूफान से लड़ने के लिए ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) की पहली 22 सदस्यों की टीम शनिवार को जगतसिंहपुर के पारादीप पहुंची. जगतसिंहपुर के कलेक्टर संग्राम केशरी महापात्र के अनुसार, चक्रवात यास के एपीसेंटर को प्रशांत महासागर के तल के नीचे बताया गया था, लेकिन अब तक किसी तरह की सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है.
इधर, केंद्र ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह को ये सुनिश्चित करने को कहा है कि स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाओं तथा संसाधनों का स्टॉक रखा जाए. जिससे यास तूफान के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।