मुंबई। 100 वर्षों की सबसे बड़ी महामारी के लड़ाई की नींव कांग्रेस के बीते 60 वर्षों के कार्यकाल के दौरान रखी गई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस सरकार के 60 वर्षों के कार्यकाल का बखान करते हुए एक ट्वीट किया। इस ट्वीट का देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने जोरदार उत्तर दिया है। उन्होंने कांग्रेस नेता के दावों पर ही सवाल उठा दिए। मिलिंद देवड़ा ने अपने ट्विटर हैंडल एक लिस्ट जारी किया है, जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े हुए संस्थानों के सामने वर्ष दर्ज है।
जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक, जायडस कैडिला, सन फार्मा, डॉ. रेड्डी लैब, दिल्ली एम्स, भोपाल एम्स, रायपुर एम्स, ऋषिकेश एम्स, भुवनेश्वर एम्स, जोधपुर एम्स, पटना एम्स, सर गंगा राम और डीआरडीओ का जिक्र है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इन संस्थानों का खासा जिक्र हो रहा है। कांग्रेस नेता ने इन सभी का श्रेय कांग्रेस सरकार को दिया है। स्वराज कौशल ने मिलिंद देवड़ा को जवाब देते हुए लिखा, ”यह सही नहीं है। सुषमा स्वराज 29 जनवरी 2003-22 मई 2004 तक भाजपा सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थीं। उन्होंने ऋषिकेश, भोपाल, रायपुर, पटना, भुवनेश्वर और जोधपुर में छह एम्स की स्थापना की।
उन्होंने प्रत्येक एम्स का निर्माण 100 एकड़ जमीन और 2000 करोड़ रुपये के साथ शुरू कराया था। लोगों ने सुषमा स्वराज से पूछा आपको 100 एकड़ की आवश्यकता क्यों है? वह जवाब देती, “मैं एयर एम्बुलेंस के उतरने के लिए एक हवाई पट्टी और हेलीपैड चाहती हूं। अस्पताल के सभी कर्मचारी – तकनीशियन, नर्स और डॉक्टर एम्स परिसर में ही रहेंगे ताकि वे आपात स्थिति के लिए उपलब्ध रहें।”आपको बता दें कि 15 अगस्त, 2003 को अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत पटना, रायपुर, भोपाल, भुवनेश्वर, जयपुर और ऋषिकेश में 6 नए एम्स अस्पतालों के शुरुआत की घोषणा की थी।