अलीगढ़। जहरीली शराब से 12 लोगों के मौत के बाद जिला आबकारी अधिकारी सहित तीन अधिकारी सस्पेंड कर दिया गया है। इस घटना के बाद संज्ञान लेते हुए सीएम योगी ने अपने आदेश में कहा कि इस मामले में पाए गए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले में पुलिस ने शराब ठेका संचालक, सेल्समैन और एक सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है।
आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी के मुताबिक आबकारी अधिकारी सहित तीन अधिकारियों पर इस मामले में गाज गिरी है। उन्होंने बताया कि जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव और प्रधान आबकारी सिपाही अशोक कुमार को निलंबित किया गया है। तीनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
इधर, पुलिस ने ठेका से संबंधित नरेन्द्र पुत्र दिगपाल,अजय पुत्र वीरपाल सिंह और अनिल चौधरी पुत्र किरन सिंह को गिरफ्तार किया है।
सीएम ने अपने आदेश में कहा है कि दोषियों की संपत्ति जब्त कर उससे मुआवजा के रूप में परिजनों को दिया जायेगा। सीएम ने आबकारी और गृह विभाग के अधिकारियों को भी तलब किया है।वहीं, मौके-ए-वारदात पर पहुंचे डीएम-एसपी के अलावा एसडीएम रंजीत सिंह, जिला आबकारी अधिकारी और वन अधिकारी ने गांव के दो देशी शराब के ठेके को सील कर दिया है। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा है कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएम कोल रंजीत सिंह ने बताया कि गांव करसुआ में 9 लोग और छेरत में 3 लोगों ने जहरीली शराब पी थी, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने बताया कि ये गांव के ही शराब के ठेके से शराब लेकर पीया था।मरने वालों में दो करसुआ में स्थित एचपी गैस बॉटलिंग प्लांट के ड्राइवर हैं। वहीं तीन मृतक गांव के ही रहने वाले हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। गांव में 12 लोगों की शराब पीने से हुयी मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है। बावजूद इसके ग्रामीणों में गुस्सा है। बता दें कि ऐसे पहले भी जहरीली शराब पीने से लगभग 6 लोगों की जान चली गई थी।