इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत के सिदोअर्जो शहर में बड़ा हादसा हो गया। यहां अल खोजिनी इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल की इमारत अचानक ढह गई, जिससे मलबे में 65 छात्रों के दबे होने की आशंका है।
इस हादसे में अब तक एक छात्र की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि करीब 99 घायल छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना के बाद से ही राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। बचाव दल ने 12 घंटे से भी अधिक समय तक लगातार मेहनत कर आठ छात्रों को जीवित बाहर निकाला। लेकिन मलबे में भारी कंक्रीट और इमारत के अस्थिर हिस्से बचाव कार्यों में बड़ी बाधा बने हुए हैं।
अधिकारी नानंग सिगिट ने बताया कि भारी मशीनें मौजूद होने के बावजूद उनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा, क्योंकि इससे इमारत और गिरने का खतरा है। फिलहाल मलबे में फंसे बच्चों तक ऑक्सीजन और पानी पहुंचाया जा रहा है ताकि उन्हें जीवित रखा जा सके।
हादसे के बाद छात्रों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। अभिभावक अस्पतालों और ढही हुई इमारत के पास इकट्ठा होकर अपने बच्चों की खबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कई माता-पिता अपने बच्चों का नाम नोटिस बोर्ड पर देखकर फूट-फूटकर रो पड़े।
पुलिस प्रवक्ता जूल्स अब्राहम अबास्ट ने बताया कि हादसे के समय छात्र दोपहर की प्रार्थना कर रहे थे। इमारत का अनधिकृत विस्तार किया जा रहा था और उसी दौरान यह ढह गई। जांच में सामने आया है कि पुराना प्रार्थना कक्ष दो मंजिला था, लेकिन बिना अनुमति के उस पर दो और मंजिलें बनाई जा रही थीं। कमजोर नींव अतिरिक्त भार सहन नहीं कर पाई और निर्माण के दौरान इमारत भरभराकर गिर गई।
यह हादसा इंडोनेशिया में अवैध निर्माण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
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