उत्तर प्रदेश के एक शख्स का दिल तोड़ देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह दावा कर रहा है कि उसे सऊदी अरब में जबरन रोके रखा गया है। वीडियो के वायरल होने के बाद भारतीय दूतावास ने मामले को गंभीरता से लिया और उसकी तलाश शुरू कर दी है।
दिल्ली के एक वकील द्वारा साझा किए गए वीडियो में शख्स भोजपुरी में अपने दर्द को व्यक्त करता नजर आ रहा है। वह बताता है कि उसका पासपोर्ट उसके नियोक्ता ‘कफील’ के पास है और जब उसने घर लौटने की इच्छा जताई, तो उसे मारने की धमकी दी गई। वीडियो में आदमी भावुक होकर अपनी मां से मिलने की इच्छा व्यक्त करता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाता है।
वह वीडियो में कहता है, “इस वीडियो को इतना शेयर करें कि यह प्रधानमंत्री तक पहुंचे। मुझे अपनी मां से मिलना है। भाई, चाहे आप मुस्लिम हों या हिंदू, कृपया मेरी मदद करें। नहीं तो मैं यहीं मर जाऊंगा।” वीडियो में आदमी तनावग्रस्त दिख रहा है और पृष्ठभूमि में ऊँट भी नजर आ रहा है।
माननीय विदेश मंत्री @DrSJaishankar जी तत्काल संज्ञान मे ले, प्रयागराज हंडिया प्रतापपुर का रहने वाला फंसा सऊदी अरब मे…
पार्ट 1 सभी भाई बहन इस वीडियो को शेयर करें ताकि इसकी सहायता हो पाए 🙏 pic.twitter.com/5op97otITq
— कल्पना श्रीवास्तव 🇮🇳 (@Lawyer_Kalpana) October 23, 2025
जैसे ही वीडियो सुर्खियों में आया, भारतीय दूतावास, सऊदी अरब ने कहा कि वह व्यक्ति का पता लगाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वीडियो में सटीक स्थान, संपर्क नंबर या नियोक्ता की जानकारी नहीं है, इसलिए तुरंत कार्रवाई करना मुश्किल हो रहा है।
दूतावास ने ट्वीट किया,“दूतावास व्यक्ति का पता लगाने की कोशिश कर रहा है। वीडियो में सऊदी अरब में स्थान या नियोक्ता का विवरण नहीं है, इसलिए तुरंत कार्रवाई सीमित है।”

वहीं, सऊदी सुरक्षा विभाग ने शख्स के दावे को “बिना आधार” बताया। विभाग ने कहा कि वीडियो को सिर्फ व्यू बढ़ाने के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब सऊदी अरब ने दशकों पुराने ‘कफाला सिस्टम’ को समाप्त कर दिया है। कफाला सिस्टम के तहत नियोक्ता को विदेशी श्रमिकों पर व्यापक नियंत्रण प्राप्त था, जिससे श्रमिकों का शोषण और उनके अधिकारों का उल्लंघन होता था। अधिकारियों का कहना है कि कफाला सिस्टम के अंत ने मूलतः भारतीय और दक्षिण-पूर्व एशियाई श्रमिकों के अधिकारों में महत्वपूर्ण बदलाव लाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
सऊदी में फंसे इस उत्तर प्रदेश के शख्स की वायरल गुहार ने एक बार फिर विदेश में भारतीय प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा किया है। भारतीय दूतावास की सक्रियता और सोशल मीडिया पर बढ़ती संवेदनशीलता के बावजूद, यह घटना दिखाती है कि विदेश में कार्यरत श्रमिकों के लिए अभी भी चुनौतियां मौजूद हैं।
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