चुनाव आयोग (ECI) ने 2024 हरियाणा विधानसभा चुनावों में “वोट चोरी” के राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यदि मतदान सूची या वोटिंग प्रक्रिया में कोई अनियमितता थी, तो कांग्रेस के बूथ एजेंट्स ने मतदान के समय आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराई। आयोग के के अनुसार, शिकायतें उसी समय दर्ज होनी चाहिए थीं, न कि बाद में।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि मतदाता सूची को अंतिम रूप देने के बाद उसकी प्रतियां सभी राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराई गई थीं, ताकि यदि किसी को डुप्लीकेट नामों या अन्य विसंगतियों पर आपत्ति हो, तो वह समय रहते अपील कर सके। सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में किसी भी प्रकार की आपत्ति उस समय दर्ज नहीं कराई गई। सूत्रों ने यह भी कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनावों से जुड़े 22 चुनाव याचिकाएं अभी उच्च न्यायालय में विचाराधीन हैं।
चुनाव आयोग से पूछा गया है की, “यदि किसी ने कथित तौर पर दो मतदान केंद्रों पर 200 से अधिक बार मतदान किया, तो कांग्रेस के मतदान एजेंट ने कोई आपत्ति क्यों नहीं उठाई?”
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि हरियाणा चुनाव में फर्जी वोटिंग हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक महिला का नाम दो बूथों की मतदाता सूची में 223 बार दर्ज दिखा, और कथित रूप से वह किसी भी संख्या में वोट डाल सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि एक विदेशी मॉडल की तस्वीर को संदर्भ कर 22 बार वोट डाले जाने का दावा किया गया।
गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस हरियाणा में 22,000 वोटों से चुनाव हारी, और कथित तौर पर डुप्लीकेट वोटों का मामला गंभीर है। हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणामों में, भाजपा ने 48 सीटें हासिल की थीं, जबकि कांग्रेस ने कम संख्या में सीटें जीतीं।
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