लखनऊ। यूपी एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है। सोमवार को यूपी के अलावा अन्य राज्यों में रुपए, नौकरी और शादी आदि का झांसा देकर धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का खुलासा किया है। एटीएस ने इस आरोप में दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया है। इन दोनों मौलानाओं पर आरोप है कि ये अब तक एक हजार से अधिक हिन्दुओं का धर्मांतरण कर मुस्लिम बनाया है।सबसे बड़ी बात यह है कि इन्हें आईएसआई और विदेश से भी फंडिंग की जा रही थी। ATS टीम करीब चार दिन से इनसे पूछताछ करके सुबूत जुटा रही थी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI इन्हें फंडिंग भी कर रही थी। यह जानकारी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी दिल्ली के जामिया नगर इलाके के निवासी हैं। दोनों आरोपियों पर यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भी धर्मांतरण कराने का आरोप है। लोग गरीब हिंदुओं को निशाना बनाते थे और अब तक एक हजार से ज्यादा हिंदुओं का धर्मांतरण कर चुके हैं। ये दोनों मौलाना ज्यादा मूक बधिर और महिलाओं का धर्म परिवर्तन करवाते थे। उमर और उसके साथियों द्वारा धर्म परिवर्तन के लिए IDC (Islamic Dawah Center) कार्यालय पता- C 2, जोगाबाई एक्सटेंशन, जामिया नगर, नई दिल्ली, नाम की संस्था चलाई जा रही थी। इस काम के लिए संस्था को भारी विदेशी फंडिंग भी होती थी। धर्म परिवर्तन कराने वालों में 1000 महिलाओं और बच्चों की लिस्ट मिली है। धर्म परिवर्तन करवाने वाले तमाम बच्चे- महिलाएं कानपुर, बनारस और नोएडा के भी शामिल है। कानपुर के एक बच्चे को साउथ के किसी शहर में ले जाया गया है उसके बारे में STF कि टीम अभी पता लगा रही है।