मुंबई। कोरोना की तीसरी लहर का डर बना हुआ है इस बीच महाराष्ट्र और केरल में कोरोना संक्रमण की संख्या एक बार फिर बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। महाराष्ट्र और केरल के अलावा उत्तर पूर्व के राज्यों में भी स्थिति बिगड़नी शुरू हुई है। महाराष्ट्र के 15 जिले फ़िलहाल राज्य और केंद्र सरकार के माथे पर बल ला दिए हैं। आशंका जताई जा रही है कि इन जिलों में कड़े प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
वहीं ,महाराष्ट्र के दो जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ऊपर है। देश में कोरोना मरीजों के 80 से 90 प्रतिशत मामले कुल 90 जिलों में पाए गए हैं, और इन 90 जिलों में से 15 जिले महाराष्ट्र के हैं। देखा जाए तो कोरोना संक्रमण से अत्यधिक प्रभावित जिलों में सबसे ज्यादा जिले महाराष्ट्र के हैं। यही बात महाराष्ट्र के लिए सबसे अधिक चिंता की वजह बन रही है। महाराष्ट्र के 15 जिलों में कोरोना संक्रमण अत्यधिक होने की वजह से ना सिर्फ राज्य सरकार बल्कि केंद्र सरकार भी चिंतित है। महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर केरल में 14 जिले कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित हैं।इसके बाद तमिलनाडू (12), ओडिसा (10), आंध्रप्रदेश (10), कर्नाटक (10) का नंबर आता है। इनमें मेघालय (2), मणीपुर (2), त्रिपुरा (1), गोवा (1), मिजोरम (1), पुद्दुचेरी (1), अरुणाचल प्रदेश (1)है।बता दें कि कई राज्यों ने कोरोना नियमों ढील दी है। जिसकी वजह से बाजारों, दुकानों, पर्यटल स्थलों पर भारी भीड़ दिखाई देने लगी है।लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे है, जिससे तीसरी लहर का खतरा बढ़ गया है।