आगरा। ताजमहल को अब रात में भी देखा जा सकता है। इसके साथ ही कई तरह की सुरक्षा व्यवस्था को भी दुरुस्त किया गया है। बता दें कि यह निर्णय बुधवार को विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष राजेंद्र पैंसिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। मेहमानों की सुरक्षा के लिए पार्किंग से लेकर व्यू प्वाइंट तक हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगाए जाएंगे।
बैठक में तय किया गया कि अभी तक सैलानी रात में ताज का दीदार नहीं कर पाते थे। केवल हर महीने की पूर्णिमा से दो दिन पहले और दो दिन बाद ही ताजमहल परिसर में प्रवेश लेकर ताज देख पाते थे। वह भी रात में साढ़े चार घंटे और 400 सैलानियों की सीमित संख्या के साथ। इस पर निर्णय लिया गया कि ताजमहल का खूबसूरत नजारा मेहताब बाग के पास स्थित व्यू प्वाइंट से भी दिखता है। वहां सीट भी हैं। वहां से रोज रात को ताज का दीदार कराया जाएगा। इसके लिए सैलानियों की सुरक्षा भी जरूरी है।
बैठक में तय किया गया कि ताज व्यू प्वाइंट आने वाले मेहमानों की सुरक्षा के लिए पार्किंग से लेकर व्यू प्वाइंट तक हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगाए जाएंगे। ताजमहल अतिसंवेदनशील स्मारक होने के कारण ये भी तय किया गया कि यहां किसी को भी ड्रोन कैमरे संचालित करने की अनुमति नहीं होगी। फोटोग्राफी कर सकते हैं, लेकिन ट्राइपोट पर कैमरे को फिक्स कर फोटोग्राफी प्रतिबंधित रहेगी। बैठक में तय किया गया कि पार्किंग से लेकर ताज व्यू प्वाइंट साइट तक गोल्फ कार्ट की सेवा भी शीघ्र ही शुरू करा दी जाएगी।