नई दिल्ली। 8.5 करोड़ रुपये की लागत से बने वडनगर रेलवे स्टेशन परिसर का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया। यह वही स्टेशन है जहां पीएम मोदी बचपन में चाय बेचे हैं। इस रेलवे परिसर को हेरिटेज का लुक दिया गया है, जहां कई अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विकास के पथ पर अग्रसर होने के लिए हमें शहरी विकास की पुरानी सोच को छोड़ना होगा और आधुनिक तौर तरीकों का उपयोग कर निर्माण करना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश का लक्ष्य कंक्रीट का स्ट्रक्चर खड़ा करना नहीं हैं। बेहतर पब्लिक स्पेस हमारी जरूरी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारे शहरों की एक बड़ी आबादी क्वालिटी पब्लिक लाइफ और क्वालिटी पब्लिक स्पेस से वंचित रही है। अब अर्बन डेवलपमेंट की पुरानी सोच को पीछे छोड़कर, देश आगे बढ़ रहा है। मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के भारत की जरूरत, 20वीं सदी के तौर तरीकों से पूरी नहीं हो सकती है। इसलिए रेलवे में नए सिरे से सुधार लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमने रेलवे को सिर्फ एक सेवा के तौर पर नहीं, बल्कि एक एसेट के तौर पर विकसित करने का काम शुरू किया है।
बता दें कि वडनगर रेलवे स्टेशन यह वही रेलवे स्टेशन है जहां प्रधानमंत्री मोदी बचपन में चाय बेचते थे। इसके उद्घाटन से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इसके अलावा कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें पुनर्विकसित गांधीनगर रेलवे स्टेशन के ऊपर निर्मित एक पांच सितारा होटल और अहमदाबाद में साइंस सिटी में कुछ आकर्षण शामिल हैं। इसके साथ ही इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर-वरेथा मेमू ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई।