मुंबई। मालाड (पश्चिम) में एक गैस एजेंसी द्वारा बुजुर्ग नागरिक के घर रसोई गैस के लीकिंग सिलेंडर की आपूर्ति किए जाने का मामला सामने आने से स्थानीय नागरिकों में भय का माहौल बना हुआ है। इस तरह गैस एजेंसी उपभोक्ताओं की जान से खिलवाड़ कर रही है। घनी आबादी वाले इन इलाकों में इस स्थिति में अगर सिलेंडर फटने से हादसा हो जाए, तो जान-माल की व्यापक हानि होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।
मरम्मत के बावजूद सिलेंडर से गैस रिसाव
सिलेंडर की आपूर्ति किए जाने के बाद उपभोक्ता को जैसे ही उसमें लीकेज होने का पता चला, उसने इस बाबत गैस एजेंसी में धिकायत की। बावजूद इसके गैस एजेंसी द्वारा इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। परंतु उपभोक्ता के लगातार संपर्क कर इस मामले को आगे बढ़ाने के बाद एजेंसी ने सिलेंडर की मरम्मत कर दी। फिर भी सिलेंडर से गैस रिसाव होना जारी ही था। इससे स्थानीय नागरिकों में हादसे की आशंका से भारी घबराहट फ़ैल गई।
4 दिन तक जारी रहा यह सिलसिला
मालाड (पश्चिम) की श्रीजी गैस सर्विस एजेंसी ने ऑनलाइन बुकिंग के बाद यहां के राठोड़ी परिसर स्थित चाल में बबलू सरोज नामक अपने डिलीवरीमैन के जरिए सिलेंडर पहुंचवाया था। सिलेंडर से गैस रिसाव हो रहा होने के चलते जब इस बारे में सरोज से कहा गया, तो महज उसने इस्तेमाल के बाद रेगुलेटर बंद करने की हिदायत दी। बावजूद इसके अगले चार दिनों तक सिलेंडर से न सिर्फ गैस रिसाव होता रहा,बल्कि पहले से ज्यादा बढ़ गया था। लिहाजा, उपभोक्ता ने इस संबंध में एजेंसी से शिकायत की, तब सिलेंडर बदल कर दे दिया गया। उपभोक्ता का दावा है कि उसे उसी सिलेंडर को मरम्मत कर दे दिया गया, क्योकि कनेक्शन के दौरान फिर से गैस रिसाव पाया गया।
डिलीवरीमैन ने मांगे अतिरिक्त रुपए
उपभोक्ता के मुताबिक सिलेंडर बुक कराने के बाद भी उसे एक सप्ताह से सिलेंडर नहीं मिला था। इस बीच, उसने अपने इलाके में डिलीवरीमैन सरोज को आया देख उससे सिलेंडर मांगा था, तब उसने सिलेंडर देने से मना कर दिया था। लेकिन कुछ ही देर बाद उसने दूसरे व्यक्ति के जरिए उसके पास सिलेंडर पहुंचा दिया और उससे अतिरिक्त रुपए की मांग की। श्री गैस एजेंसी की बुकिंग अधिकारी ज्योति गुप्ता का कहना है कि इस मामले में आगे जांच की जा रही है।