अयोध्या। तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर परमहंस आचार्य एक बार फिर चर्चा में हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग की है। अगर 2 अक्टूबर तक भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं किया गया तो वह सरयू में जल समाधि ले लेंगे। ये बातें उन्होंने मंगलवार को प्रेस क्लब में आयोजित ब्राह्मण संरक्षण सेवा फाउंडेशन द्वारा आयोजित प्रेस कॉनफ्रेंस में कही.ब्राह्मण संरक्षण सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष बिंदुसार पांडेय ने सरकार से परमहंस आचार्य की मांग पर गंभीरता से चिंतन करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि यूपी में निर्दोष ब्राहणों की हत्या हो रही है. लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. वहीं बिंदुसार पांडेय ने खुशी दुबे की रिहाई की मांग करते हुए भाजपा सरकार पर श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण का श्रेय लूटने का भी आरोप लगाया. इस मौके पर उन्होंने हरदोई के संडीला में भगवान परशुराम के भव्य मंदिर निर्माण का ऐलान किया.ब्राह्मण संरक्षण सेवा फाउंडेशन ने सभी पार्टियों से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने, जातिगत आरक्षण खत्म किए जाने, निर्दोष ब्राहणों की हत्या की जांच सीबीआई से कराने और भूमिहीन ब्राहाणों को जमीन दान में दिए जाने की मांग की। परमहंस आचार्य अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं।
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आऩे से पहले उन्होंने कहा था कि राम मंदिर राष्ट्रवाद का मामला है. यह हिन्दू-मुसलमान का मामला नहीं है, राम किसी एक धर्म के न होकर हर धर्म से ऊपर हैं। उन्होंने कहा था, बाबर एक विदेशी आक्रमणकारी था. उसने हिन्दुस्तान को लूटा, यहां रक्तपात किया। परमहंस ने कहा था कि बाबर के नाम से कोई निर्माण नहीं होना चाहिए। वह हिन्दुस्तान और इस्लाम दोनों के लिए भी कलंक है।