मुंबई। टीके की दो डोज लिए मुंबईकरों को लोकल ट्रेन यात्रा करने की अनुमति देने की प्रक्रिया मे उद्देश्य पूर्ण तरीके से अड़चनों का निर्माण कर राज्य सरकार मुंबईकरों की लोकल यात्रा को दुविधाजनक बना रही है। कम से कम मुंबईकर लोकल ट्रेन में यात्रा करे ऐसी सरकार की इच्छा स्पष्ट दिखाई दे रही है। अनेक प्रतिबंधों से त्रस्त आम मुंबईकर के लोकल यात्रा को दुविधाजनक करना राज्य सरकार रोके ऐसा आवाहन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने गुरुवार को किया। वे भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार परिषद में बोल रहे थे।
श्री उपाध्ये ने कहा कि टीके की दो डोज लिए नागरिकों को लोकल ट्रेन से यात्रा करने की सहूलियत मिले ऐसी मांग भारतीय जनता पार्टी ने निरंतर की थी। जिसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने आंदोलन भी किया था। इन आंदोलनों के कारण राज्य सरकार जागी और 15 अगस्त से टीके की दो डोज लिए लोगों को लोकल ट्रेन से यात्रा करने की अनुमति दी गई। लेकिन अनुमति प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया अत्यंत ही झंझटो से भरी है। जिस कारण से पहले दिन केवल 20 से 22 हजार मुंबईकरों को अनुमति मिली। कम से कम लोग लोकल ट्रेन से यात्रा करे ऐसी सरकार की इच्छा दिखाई दे रही है। राज्य सरकार द्वारा अनुमति प्राप्त करने के लिए जिन अड़चनों को डाला गया है उसे देखते हुए दो डोज लिए सभी मुंबईकरों को लोकल ट्रेन यात्रा की अनुमति कब मिलेगी यह एक बड़ा सवाल है।
15 अगस्त के बाद अनेक प्रतिबंधों में शिथिलता देने के बावजूद मंदिरों पर प्रतिबंध अभी भी कायम रखा गया है। श्रावण महीने के धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए मंदिरों पर से प्रतिबंध उठाने की आवश्यकता थी। लेकिन यह प्रतिबंध नियमित रखकर आघाडी सरकार ने यह दिखा दिया है कि उनका हिंदू भावनाओं से कुछ भी लेना देना नही है। यह भी उन्होंने कहा। आघाडी सरकार ने शिक्षा से खिलवाड़ किया है यह बताते हुए उन्होंने कहा मंत्रिमंडल की बैठक में 15 प्रतिशत शुल्क में कटौती का निर्णय मंजूर नही होने से यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि यह सरकार शिक्षा सम्राटों के हित को प्रधानता दे रही है। शिक्षा के संबंध में राज्य सरकार की अव्यवहारिक नीति से विद्यार्थियों और पालकों का बड़ा नुकसान हो रहा है।