मुंबई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा आयोजित किए गए भाजपा विरोधी मुख्यमंत्रियों की बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उपस्थित होकर यह दिखा दिया है कि हम सत्ता के लिए कितने लाचार है। कांग्रेस के आगे घुटने टेक कर महाराष्ट्र के स्वाभिमान को ग्रहण लगाने वाली शिवसेना राज्य के विकास को ठेंगा न दिखाए। प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने शुक्रवार को यह बात कही।
श्री उपाध्ये ने कहा कि, शिवसेना ने आज तक महाराष्ट्र के स्वाभिमान का नारा देते हुए राजनीति की है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीति में प्रवेश करने पर उनके विदेशी नागरिकता के मुद्दे पर शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने जोरदार विरोध किया था। कांग्रेस, सोनिया गांधी का बालासाहेब ने जीवन के आखिरी समय तक प्रखर विरोध किया था।लेकिन उनके चिरंजीव सत्ता बनाये रखने के लिए सोनिया गांधी के आगे घुटने टेक रहे हैं। मुख्यमंत्री और शिवसेना कांग्रेस के आगे नतमस्तक होकर राज्य के विकास का बंटाधार न करे।
तीन पार्टियों की सरकार के कारण राज्य का बडा नुकसान हुआ है। सत्ताधारियों की ओर से चल रहे हफ्ता वसूली अभियान, अनेक सरकारी विभागों में वाझे, औरंगाबाद जैसे स्थानों पर उद्यमियों से हुई मारपीट, रुकी हुई विकास परियोजनाओं के कारण राज्य में भयानक परिस्थिति का निर्माण हुआ है। मंत्रालय में अनेक प्रयासों के बावजूद काम न होने से मंत्रालय के सामने दो लोगों के आत्महत्या करने के प्रयास करने की घटना से जनता कितनी त्रस्त हो गई है यह दिखाई देता है। यह भी श्री उपाध्ये ने उल्लेख किया।
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा बालासाहेब ठाकरे के स्मारक में श्रद्धांजलि देकर जाने बाद स्मारक के शुद्धिकरण करने के काम से प्रगतिशील महाराष्ट्र का मान शर्म से झुक गया है। इस कृत्य के बाद प्रगतिशील बुद्धिजीवी मंडली द्वारा साधा गया मौन आश्चर्यजनक है, ऐसा भी उन्होंने कहा। वाशीम में भाजपा नेता पूर्व सांसद किरीट सोमैया की गाड़ी पर स्याही और पत्थर फेंकने के प्रयास का श्री उपाध्ये ने तीव्र निषेध किया है।