लखनऊ। यूपी में बीजेपी हर वर्ग को साधने की पूरी कोशिश में जुटी हुई है। सोमवार को BJP की उत्तर प्रदेश इकाई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो संदेश जारी किया। वीडियो के जरिए किसानों को संदेश देते हुए लिखा, ‘किसानों को मजबूत बना रही भाजपा सरकार… सही समय पर फसल की खरीद व भुगतान से स्वावलंबी बन रहा किसान. जीतेगा विकास, जीतेगा यूपी…। 5 सितंबर से बीजेपी यूपी के अंदर डोर टु डोर अभियान शुरू करेगी। हर विधानसभा में प्रबुद्ध सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। हर वर्ग पर अपनी पकड़ मजबूत करने के इरादे से भाजपा जनता के बीच जाएगी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनसंपर्क अभियान शुरू करेगी भाजपा।
हर घर भाजपा नारे के साथ जनसंपर्क अभियान शुरू होगा। राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ, विंध्यवासिनी देवी कॉरिडोर, अनुच्छेद 370, ट्रिपल तलाक, कानून व्यवस्था समेत सभी मुद्दों पर जनसम्पर्क अभियान होगा. इन तमाम मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे भाजपा नेता और कार्यकर्ता. इन मुद्दों के जरिए भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करेंगे। इसके साथ साथ 5 से 20 सितंबर तक प्रत्येक विधानसभा में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इन सम्मेलनों के जरिए बीजेपी समाज के हर वर्ग पर पकड़ मजबूत बनाकर रखना चाहती है. इसके अलावा बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए भी भाजपा अभियान चलाने जा रही है। 25 सितंबर से पन्ना प्रमुख सम्मेलन होगा जिसमें पन्ना प्रमुख को वोटर से संपर्क करने का दायित्व दिया जाएगा।
ओबीसी समुदाय से समर्थन हासिल करने के उद्देश्य से यह अभियान
bjp ने उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में अपना विशाल ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) आउटरीच कार्यक्रम शुरू करने जा रही है। ओबीसी समुदाय से समर्थन हासिल करने के उद्देश्य से यह अभियान अगले महीने शुरू किया जाएगा। इसके जरिए गैर-यादवों और ओबीसी समुदाय के विभिन्न वर्गों के मतदाताओं का समर्थन हासिल करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश भाजपा ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप ने कहा कि पार्टी ने राज्य स्तर पर 32 टीमों का गठन किया है, जो राज्य के 75 जिलों में छह क्षेत्रों में अभियान चलाएगी। भाजपा का उद्देश्य यह बताना है कि कैसे अन्य राजनीतिक दलों ने समुदाय के साथ विश्वासघात किया है और उनके साथ मात्र वोट बैंक का व्यवहार किया है। पहली बैठक 31 अगस्त को मेरठ, 2 सितंबर को अयोध्या, 3 सितंबर को कानपुर, 4 सितंबर को मथुरा और 8 सितंबर को वाराणसी में होगी। उत्तर प्रदेश के कुल मतदाताओं का 50 प्रतिशत से अधिक ओबीसी मतदाता हैं। गैर-यादव ओबीसी लगभग 35 प्रतिशत है। भाजपा उत्तर प्रदेश ओबीसी मोर्चा ने राज्य भर में संगठनात्मक कार्यों की निगरानी के लिए तीन टीमों का गठन किया है।