मुंबई। केंद्र सरकार द्वारा खेल पुरस्कारों का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से बदल कर खेल रत्न मेजर ध्यानचंद के नाम पर करने पर देशभर में तारीफ हुई थी पर इससे महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता इतने दुखी हुए कि गांधी परिवार की नजरों में आने के लिए राजीव गांधी के नाम पर सरकारी योजनाओं-पुरस्कारों के नाम राजीव गांधी के नाम पर करने की होड में जुट गए हैं। कांग्रेस नेता व आईटी राज्य मंत्री सतेज पाटील ने पिछले दिनों राजीव गांधी के नाम पर आईटी पुरस्कार देने का एलान किया था। अब कांग्रेस की दूसरी नेता व राज्य की स्कूली शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने पुणे में बनने वाले विज्ञान आविष्कार नगरी का नाम राजीव गांधी के नाम पर रखने का फैसला किया है।
कुर्सी के मोह में कांग्रेस के सामने घुटने टेक रहे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में बुधवार को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। पिंपरी-चिंचवड मनपा क्षेत्र में 8 एकड़ जमीन उपलब्ध है। जिसमें से 1 एकड़ जमीन पर विभागीय स्तर का विज्ञान केंद्र बनाया गया है। जबकि शेष 7 एकड़ जमीन पर वैश्विक दर्जे का विज्ञान के विभिन्न अवधारणाओं पर आधारित भारतरत्न राजीव गांधी विज्ञान अविष्कार नगरी अगले पांच सालों में तैयार की जाएगी। गायकवाड ने कहा कि छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण निर्माण करने, भविष्य के वैज्ञानिक तैयार करने की दृष्टि से विज्ञान नगरी विकसित की जाएगी।
केंद्र सरकार की योजना के तहत विज्ञान अविष्कार नगरी के निर्माण के लिए 191 करोड़ रुपए खर्च को मंजूरी दी गई है। 21 वीं सदी के भारत निर्माण के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी की आवश्यकता को पहचान करके भारत को समृद्ध बनाने के सपने को पूरा करने, इस परिवर्तन के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण और जिज्ञासा निर्माण करने, प्रौद्योगिकी का समाजिक विकास करने के लिए उपयोग करने, विज्ञान पर आधारित विभिन्न अवधारणाओं के प्रस्तुतीकरण और अनुभवात्मक शिक्षा के बारे में जानकारी और ज्ञान विद्यार्थियों को देने के लिए विज्ञान अविष्कार नगरी की स्थापना की जाएगी।