नई दिल्ली। टोक्यो पैरालंपिक में शनिवार को भारत के लिए शानदार दिन रहा। शूटिंग में जिस तरह से मनीष ने गोल्ड और सिंघराज ने सिल्वर पर निशाना लगाया उसी तरह बैडमिंटन में भी दो खिलाडी प्रमोद भगत ने भारत की झोली गोल्ड मेडल डाला। इसी कैटेगरी में मनोज सरकार ने भी ब्रांज जीत कर भारत की ख़ुशी दोगुनी कर दी। प्रमोद भगत ने सिंगल के एसएल-3 कैटेगरी के फाइनल में डैनियल ब्रेथल को हरा कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। मालूम हो कि भारत ने अब तक 17 मेडल जीते हैं ,जिसमें 4 गोल्ड, 7 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज शामिल हैं।
ऐसे दी अपने विरोधी को मात : एसएल3 क्लास में उन खिलाड़ियों को हिस्सा लेने की अनुमति होती है जिनके पैर में विकार हो। पोलिया होने के कारण प्रमोद भगत का एक पैरा काम नहीं करता है। वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी ने पिछले कई सालों में खुद को हर बड़े टूर्नामेंट में साबित किया था। उन्हें पहली बार पैरालिंपिक खेलों में हिस्सा लेने का मौका मिला था जिसका उन्होंने बखूबी फायदा उठाया। फाइनल में प्रमोद कुमार का सामना 25 साल के डैनियल ब्रेथेल से था। दोनों के बीच पहले गेम में अच्छा मुकाबला देखने को मिला। पहले गेम में डैनियल ने शुरुआत में बढ़त लेने की कोशिश की लेकिन प्रमोद ने अच्छी वापसी के साथ पहला गेम 21-14 से अपने नाम किया. यह गेम 21 मिनट तक चला। इसके अगले में डैनियल ने शुरुआत में लंबी लीड बना ली थी। एक समय पर प्रमोद 4-12 से पिछड़ रहे थे,लेकिन उन्होंने शानदार वापसी की और दूसरा गेम 21-17 से अपने नाम किया।
मनोज सरकार ने जीता ब्रॉन्ज: दूसरी ओर इसी इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में मनोज सरकार ने जापान के फुजीहारा को मात दी। मनोज सरकार का सामना जापान के फुजिहारा डेसुके से था। फुजीहारा को सेमीफाइनल में प्रमोद भगत ने मात दी थी। मनोज सरकार पहले गेम में पिछड़ रहे थे, लेकिन फिर उन्होंने जबरदस्त वापसी की और 27 मिनट तक चले इस रोमांच गेम को 22-20 से अपने नाम किया। वहीं दूसरा गेम उन्होंने महज 19 मिनट में 21-13 से अपने नाम किया.
मिश्रित युगल मेडल जीतने की उम्मीद : भुवनेश्वर का 33 साल का यह खिलाड़ी अभी मिश्रित युगल एसएल3-एसयू5 क्लास में कांस्य पदक की दौड़ में बना हुआ है। भगत और उनकी जोड़ीदार पलक कोहली रविवार को कांस्य पदक के प्लेऑफ में जापान के दाईसुके फुजीहारा और अकिको सुगिनो की जोड़ी से भिड़ेंगे।