इस साल गणेश चतुर्थी पर्व 10 सितंबर से शुरू हो रहा है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं करना चाहिए और ऐसा करने से दोष लगता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन वर्जित होता है। यदि किसी ने गलती से भी चंद्र दर्शन कर लिए हैं तो इससे जुड़े धार्मिक उपाय भी कर लेना चाहिए।
गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन नहीं करने के संबंध में एक धार्मिक कथा भी है। कथा में बताया गया है कि चतुर्थी के दिन ही भगवान गणेश को हाथी का मस्तक लगाया गया और वे उसके बाद पृथ्वी की परिक्रमा करके हर पूजा विधान में प्रथम पूज्य कहलाए तो सभी देवी-देवताओं ने भगवान गणेश की पूजा वंदना की थी लेकिन चंद्रमा ने ऐसा नहीं किया था।चंद्रमा को अपने रूप-रंग पर घमंड था।
ऐसे में भगवान गणेश ने नाराज होकर श्राप दिया कि आज से तुम काले हो जाओगे। भगवान गणेश के इस श्राप डरकर चंद्रदेव ने तत्काल माफी मांग ली। तब गणेश जी ने दया करके कहा कि जैसे-जैसे सूर्य की किरणें फिर से चंद्रमा पर गिरेगी तो चंद्रमा की आभा वापस आ जाएगी। तभी से गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन करना अशुभ माना गया है।