मुंबई। BMC Elections करीब आते देख अब सभी दलों की नजर उत्तर भारतीय मतदाताओं पर है। चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने उत्तर भारतीयों को अपनी तरफ लाने के लिए चौपाल की शुरुआत की है। BJP ने कई जगहों पर कार्यक्रम लेने शुरू किए औऱ खूब पसंद किया गया। जिसे देख अब कांग्रेस ने भी उत्तर भारतीयों को अपनी तरफ लाने के लिए उत्तर भारतीय पंचायत का ऐलान किया है। मनपा चुनाव जीतने के लिए हर दल अपनी रणनीति बना रही है। दोनों दलों को पता है कि मराठी मतदाता के बाद सबसे ज्यादा वोट उत्तर भारतीयों के हैं और ऐसे में अगर उत्तर भारतीय जिसके तरफ गए तो बीएमसी में उनकी राह आसान हो सकती है। इसलिए बीजेपी ने चुनाव के 6 महीने पहले ही उत्तर भारतीय चौपाल की शुरुआत कर दी जिसका भीड़ के लिहाज से अच्छा रिस्पॉन्स है।
भाजपा को देखकर कांग्रेस ने उत्तर भारतीय पंचायत सभी 36 विधानसभाओं में लगाने का आवाहान किया है। वहीं बीजेपी ने अपने आप को उत्तर भारतीयों के सबसे करीब मानते हुए चौपाल की शुरुआत की और उनके लिहाज से बीजेपी हर मदद करने की बात कर रही है। मुंबई बीजेपी के उपाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी के मुताबिक कांग्रेस की पंचायत बीजेपी के चौपाल की कॉपी है। जबकि बीजेपी के चौपाल में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। 227 नगरसेवकों वाली बीएमसी में उत्तर भारतीय वोटों की संख्या अधिक हैं। मुंबई की तकरीबन पचास सीटों पर उत्तर भारतीय वोटों के बल पर जीत तय होती हैं। यही वजह है कि सभी पार्टियां अब चुनाव से पहले उत्तर भारतीयों पर मेहरबान हैं। शिवसेना-एनसीपी आरपीआई भी उत्तर भारतीय मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं।