नई दिल्ली। पीएम मोदी ने विजय दशमी के दिन यानि शुक्रवार को देश को सात डिफेंस कंपनियों समर्पित किया। ये सात कंपनियां रक्षा उपकरणों, हथियार और वाहनों का निर्माण करेंगी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत को हथियारों, रक्षा उपकरणों में भारत को आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश को सबसे बड़ा मिलिट्री पावर बनाने का है।
उन्होंने कहा कि विश्व युद्ध के समय देश की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का दमखम पूरी दुनिया ने देखा। आजादी के बाद इसे अपग्रेड करने की जरूरत थी। अब भारत अपन दम पर दुनिया का आधुनिक सैन्य ताकत बनेगा। आत्म निर्भर भारत अभियान डिफेंस सेक्टर के लिए काफी अहम है। डिफेंस सेक्टर में हम बडे रिफॉर्म करेंगे। प्राइवेट और सरकारी सेक्टर मिलकर रक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे। 100 से ज्यादा सामरिक उपकरण अब इंपोर्ट नहीं किए जाएंगे। इन सात कंपनियों के लिए 65000 करोड़ के ऑर्डर मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि ये सातो कंपनियों जल्द ही ग्लोबल पहचान हासिल करेंगी। इक्कसवीं सदी में किसी भी कंपनी की ब्रांड वैल्यू उसके रिसर्च क्षमता पर निर्भर करेगा। रिसर्च देश के हर सेक्टर के लिए जरूरी होना चाहिए। उत्पादों की बेहतर कीमत हमारी ताकत और क्वालिटी हमारी छवि को मजबूत करेगी। इसके साथ ही उन्होंने रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान का महत्व बताया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘रिसर्च और इनोवेशन से देश की परिभाषा तय होती है। यह भारत की ग्रोथ का सबसे अहम उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हमें इनोवेटर्स को पूरी आजादी देनी होगी ताकि वे देश के लिए नए-नए आविष्कार कर सकें।’ पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य दूसरे देशों के मुकाबले बराबरी पर आने का नहीं है बल्कि दुनिया में नेतृत्व करने का है। उन्होंने अपनी सरकार के दौर में हथियारों के आयात में कमी और एक्सपोर्ट बढ़ने का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि बीते 5 सालों में भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 315 फीसदी की गति से आगे बढ़ा है।
I urge these 7 companies to prioritise 'research and innovation' in their work culture. You've to take lead in future technology, give opportunities to researchers. I would also urge startups to collaborate with these 7 companies: PM Modi on dedication of 7 new defence companies pic.twitter.com/SaUBhMiipH
— ANI (@ANI) October 15, 2021