अमेरिका ने चीन और रूस को ‘लोकतंत्र’ पर होने वाले शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित नहीं किया है। जबकि भारत समेत 100 से अधिक देशों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा ताइवान को भी इस समिट में शामिल होने के लिए बुलाया है। 9-10 दिसंबर को होने वाले वर्चुअल सम्मेलन में पीएम मोदी भी शामिल हो सकते हैं। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, भारत, पाकिस्तान और इराक समेत 110 देशों को इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
अमेरिका ने इस सम्मेलन के लिए मध्य पूर्व के देशों जैसे इजरायल तथा इराक को न्योता भेजा है। इसके अलावा मिस्र, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन और क़तर को भी बुलाया है। जो बाइडन ने ब्राजील को भी आमंत्रित किया है।
अमेरिका ने यूरोप में पोलैंड को भी लोकतंत्र के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। इसके अलावा हंगरी कांगो, दक्षिण अफ्रीका, नाइजीरिया आदि भी शामिल होने वालों की लिस्ट में शामिल हैं। दक्षिण एशिया की बात करें तो अमेरिका ने अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल को भी आमंत्रित नहीं किया है। इस शिखर सम्मेलन में मानवाधिकार को बढ़ावा देना, भ्रष्टाचार से लड़ना और सत्तावाद के खिलाफ बचाव जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होनी है।
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