कोरोना के नए स्वरुप ओमिक्रान के मद्देनजर जहां महाराष्ट्र में टीकाकरण में तेजी आई है, वहीं दूसरी ओर राज्य में करीब डेढ़ करोड़ ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने कोरानारोधी पहला टीका लगवाने के बाद दूसरा टीका लगवाने नहीं आए, जबकि इनकी दूसरे टीके की अवधि पूरी हो चुकी है। इसको लेकर राज्य सरकार चिंतित है।
राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को कहा कि अधिकारियों से कहा है कि दूसरा टीका लगवाने नहीं आ रहे लोगों को समझाया जाए। उन्होंने कहा कि दूसरा टीका न लगवाने वालों को कई तरह की पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा। गौरतलब है कि लोकल ट्रेन सहित लंबी दूरी की ट्रेनों और हवाई यात्रा के लिए कोरोना टीकाकरण पूरा होने का प्रमाण पत्र दिखाना होता है। पवार ने कहा कि राज्य में टीके की कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में लोग दूसरा डोज लेने नहीं आ रहे हैं।
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि बीएमसी यह जानने की कोशिश कर रही है कि दूसरा डोज लेने से लोग क्यों बच रहे हैं ? उन्होंने बताया कि वैक्सीन को लेकर लोगों के मन के सवालों का जवाब केंद्र पर डॉक्टर दे रहे हैं। इतना ही नहीं, जो लोग दूसरा डोज लेने से चूके हैं, उनसे संपर्क किया जा रहा है और उन्हें वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। कोरोना वैक्सीन लगने के बाद भी जिन्हें कोरोना हो रहा है, उनकी संख्या नगण्य है।
ये भी पढ़ें