पीएम मोदी वाराणसी में सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वह देशवासियों से तीन संकल्प लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश का व्यक्ति ईश्वर का अंश है। उन्होंने कहा कि मै देशवासियों से तीन संकल्प लेना चाहता हूं। पहला स्वच्छता, दूसरा सृजन और तीसरा देश को लगातार आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास।
उन्होंने कहा देश का कोई व्यक्ति कुछ भी काम करे लेकिन वह इनोवेटिव करने का प्रयास करे तभी देश आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर देश को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण से जुड़े कर भाई बहनों मै आभार व्यक्त करता हूँ। कोरोना काल के विपरीत परिस्थितियों में भी श्रमिकों ने अनवरत काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का निर्माण कार्य जारी रखा।
पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हज़ार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हज़ार श्रद्धालु आ सकते हैं यानि पहले मां गंगा का दर्शन-स्नान और वहां से सीधे विश्वनाथ धाम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/dFtc1nsnr3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 13, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर का परिसर जो 3 हजार वर्ग फीट में था वह अब 5 लाख वर्ग फीट हो गया। उन्होंने कहा कि अब इस मंदिर परिसर 50 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन पूजन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह मंदिर परिसर केवल एक भवन ही नहीं है , यह हमारे सनातन संस्कृति का प्रतीक कई। यह हमारी आध्यात्मिक आत्मा का प्रतीक है।
इससे पहले पीएम मोदी ने एयरपोर्ट से उतर कर काल भैरव मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने काल भैरव का दर्शन करने कार्यक्रम करने की इजाजत ली। कहा जाता है कि वाराणसी में कोई भी कार्यक्रम शुरू करने से पहले काल भैरव की इजाजत लेनी पड़ती है। उन्होंने गंगा में स्नानकर बाबा काशी विश्वनाथ की विधिवत पूजा अर्चना की।
ये भी पढ़ें