कोंकण के दापोली में बनाए गए राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब के अवैध रिसार्ट को लेकर भाजपा नेता किरीट सोमैया ने एक बार फिर दापोली पुलिस स्टेशन को सबूत सौंपे हैं। सोमैया ने कहा कि परब का रिसार्ट फर्जीवाडा कर बनाया गया है। यह बात खुद महाराष्ट्र सरकार ने लोकायुक्त के सामने हुई सुनवाई के वक्त स्वीकार किया है। इसके बावजूद परब के खिलाफ फौजदारी मामला क्यों नहीं दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके पहले मैंने 2 जून 2021 को दोपोली पुलिस स्टेशन में परब के खिलाफ शिकायत दी थी।
इसके पहले भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शिवसेना नेता तथा प्रदेश के परिवहन मंत्री अनिल परब के रत्नागिरी के दापोली तहसील में स्थित दो रिसॉर्ट को बचाने की चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री में हिम्मत हैं तो वे परब के दोनों रिसॉर्ट को बचाकर दिखाएं। सोमैया के अनुसार मंत्री परब ने दापोली के समुद्र किनारे दो अवैध रिसॉर्ट का निर्माण किया है।
केंद्र सरकार की टीम ने राज्य सरकार को स्पष्ट किया है कि दोनों रिसॉर्ट के निर्माण में तटीय विनियमन क्षेत्र (सीआरजेड) के नियमों का उल्लंघन हुआ है। लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देश पर पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के विभाग ने परब के केवल एक रिसॉर्ट को ढहाने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री परब के एक रिसॉर्ट को बचाने का पाप कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अपनी पत्नी रश्मी ठाकरे के नाम पर 19 बंगलों का निर्माण किया था। फिर पता नहीं कहां पर उसको गायब कर दिया?
सोमैया ने यह भी आरोप लगाया था कि मुंबई पुलिस के बर्खास्त अधिकारी सचिन वाझे के हफ्ता वसूली से मिले पैसों को इस्तेमाल रिसॉर्ट के निर्माण काम के लिए किया है। राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के आदेश के अनुसार लोकायुक्त ने जांच शुरू की है। लोकायुक्त की सुनवाई में सरकार की ओर से पांच पन्ने की रिपोर्ट सौंपी गई है। जिसमें कहा गया है कि रिसॉर्ट के अवैध निर्माण के लिए परब को नोटिस भेजी गई है।
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