गुजरात में एक ईसाई संस्था द्वारा हिन्दू लड़कियों को जबरन मांस खाने और धर्म परिवर्तन करने के मामले में केस दर्ज किया गया है। मिशनरी ऑफ़ चैरिटी के बाल गृह पर आरोप है कि मिशनरी द्वारा हिन्दू लड़कियों को मांस खाने और उनका धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन दिया गया।अब इस मामले में मिशनरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि, संस्थान ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।
खबरों में कहा गया है कि इस संबंध की शिकायत 12 दिसंबर को की गई। जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी मयंक त्रिवेदी ने मकरपुरा थाने में केस दर्ज कराई है। बताया गया कि पिछले दिनों त्रिवेदी ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष के साथ मकरपुरा स्थित इस मिशनरी द्वारा संचालित बाल गृह का दौरा किया था।इसके बाद यहां शिकायत मिली थी कि बाल गृह में रह रही हिन्दू लड़कियों को जबरन ईसाई शर्म से जुडी पुस्तकों को पढ़ने के लिए दिया जाता है। इसके आलावा उन्हें धार्मिक सभा में भी शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है।
खबरों में कहा गया है कि इन लड़कियों के गले में क्रास बांधकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए लालच दिया जा रहा था। इधर, मिशनरी ने जबरन धर्म परिवर्तन की खबरों को बेबुनियाद बताया है। संस्था के प्रवक्ता ने बताया कि बाल गृह में 24 लड़कियां रहती हैं और सभी हमारी ही तरह नियमों का पालन करती हैं। संस्था ने कहा कि हमने किसी तरह के धर्म परिवर्तन में शामिल नहीं हैं और न किसी को ईसाई धर्म में शादी करने के लिए मजबूर किया गया।
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