कोरोना वायरस और ओमीक्रॉन के बढ़ते प्रकोप के बीच सोमवार से स्वास्थ्य कर्मी , फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज देना शुरू हो गया। पीएम मोदी ने 25 दिसंबर को इस संबंध में सार्वजानिक तौर पर ऐलान किया था। बूस्टर डोज के लिए अलग से कोई नया पंजीयन नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए पुराने रेकार्ड के आधार पर ही यह वैक्सीन दी जाएगी।
यह बूस्टर डोज स्वास्थ्य कर्मियों ,फ्रंटलाइन वर्कर के अलावा साठ साल से अधिक उम्र वालों या उससे अधिक उम्र वालों यह खुराक दी जाएगी। इसमें वे लोग भी शामिल हैं जो गंभीर रूप से किसी बीमारी से ग्रसित हैं। ये डॉक्टरों की सलाह पर बूस्टर डोज ले सकते हैं। इस डोज को लेने के लिए नए सिरे से पंजीयन की आवश्यकता नहीं होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पुराने रेकॉर्ड पर ही बूस्टर डोज दी जाएगी।
बता दें कि तीसरी डोज उसी वैक्सीन की दी जाएगी जिसका पहले लिया गया है। कहने का मतलब यह है कि अगर आप को वैक्सीन की डोज लिए है तो आप को कोवैक्सीन की ही बूस्टर डोज भी दी जाएगी। बूस्टर डोज के लिए आधार, पेन कॉर्ड अन्य पहचान पत्र का उपयोग किया जा सकता है।
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