कांग्रेस नेता रीता यादव ने टिकट पाने के लिए खुद पर गोली चलवाने का मामला सामने आया है। इससे पहले रीता यादव पीएम मोदी को काला झंडा दिखाने के प्रयास में चर्चा में आ चुकी हैं। बताया जा रहा है कि हाल ही में हुए एक गोली कांड की जांच में यह खुलासा हुआ। पुलिस की जांच में यह सामने आया कि रीता यादव ने विधानसभा चुनाव का टिकट पाने के लिए खुद पर गोली चलवाई थी। फिलहाल रीता यादव सहित तीन को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि 3 जनवरी को लखनऊ -वाराणसी बाईपास ओवरब्रिज पर अज्ञात हमलावरों ने सुल्तानपुर की रीता यादव पर फायरिंग की। जिसमें रीता यादव के बाएं पैर में गोली लगी थी। इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना कर स्थानीय लोगों से पूछताछ शुरू की। इसके आधार पर यह तथ्य सामने आया कि रीता यादव ने साजिश रचते हुए खुद पर गोली चलवाई . इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने घटना के दौरान उपयोग किया गया हथियार भी बरामद किया गया। बता दें कि रीता यादव समाजवादी पार्टी छोड़कर हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुई है।
वहीं, इस मामले में पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रीता यादव अपने पहचान के एक ग्राम प्रधान से मिली भगत कर यह साजिश रची।आरोपियों ने बताया कि रीता यादव ने यह सब विधानसभा चुनाव में टिकट पाने के लिए किया था। गौरतलब है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लोकार्पण के दौरान रीता यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काला झंडा दिखाने का प्रयास किया था। उस समय रीता यादव समाजवादी पार्टी में थीं। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस को ज्वाइन कर लिया था।
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