ड्रैगन पर अमेरिका सहित लगभग दर्जन पर देशों ने अब चीन पर शिकंजा कसना शुरू दिया है| चीन की कम्युनिस्ट सरकार का एजेंडा को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। हाल के कुछ वर्षों में इस तरह के संस्थानों की गिनती बढ़ी है और साथ ही इन पर शिकंजा कसने वाले देशों की संख्या भी बढ़ी है। ये संस्थान पूरी तरह से चीन के नियंत्रण में रहते हुए अपने काम को अंजाम देते हैं। ये अपनी आइडियोलाजी की मार्केटिंग करने का काम बेहद खामोशी से करते हैं।
गौरतलब है कि अकेले अमेरिका में ही इस तरह के करीब 24 संस्थानों का जिक्र जनवरी 2022 में किया गया था। इनमें से चार को अमेरिका पहले ही बंद कर चुका है। चीन संचालित कुछ संस्थानों ने शिकंजा कसता देख अपनी वेबसाइट पर फिलहाल रोक लगा दी है। वही एक रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब सौ संस्थानों को अब तक अमेरिका में बंद किया जा चुका है।
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