ईडी ने महाराष्ट्र के गिरफ्तार मंत्री नवाब मलिक पर बड़ा आरोप लगाया है। ईडी का आरोप है कि नवाब मलिक ने डी कंपनी के सहयोग से 300 करोड़ के प्लाट को कुछ लाख में ही खरीदा है। ईडी का आरोप है कि यह सम्पत्ति सॉलिड्स इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिट्स के सहयोग से खरीदी गई है। यह जमीन मुनीरा प्लंबर की थी जो दाऊद इब्राहिम के गैंग द्वारा सताया गया था। अब यह प्लाट नवाब मलिक के परिजनों के पास है।
वहीं, प्रवर्तन निदेशालय को अपने दिए बयान में मुनीरा प्लंबर ने बताया है कि कुर्ला तीन एकड़ में का प्लाट उसका था, जिसे गोवाला कम्पाउंड के नाम से जाना जाता है। जिसे दाऊद इब्राहिम की गैंग का आदमी सलीम पटेल यह प्लाट किसी तीसरे व्यक्ति को बेच दिया।जिसकी उसे कोई जानकारी नहीं थी। मुनीरा ने यह भी बताया कि इस जमीन पर किये गए अतिक्रमण को हटाने के लिए डी कंपनी के सदस्य सलीम पटेल को पांच लाख रूपये भी दिए थे। लेकिन, इस जमीन को बेचने के लिए उसे अधिकृत नहीं किया था।
मुनीरा ने ईडी अधिकारियों को बताया कि जब उसे पता चला कि उसकी जमीन को सलीम पटेल द्वारा किसी तीसरे पक्ष को बेच दिया गया है तो उसने उसके खिलाफ केस दर्ज नहीं कराया। उसने अपने परिवार को खतरा महसूस करते हुए उस संबंध में कोई चर्चा नहीं की। क्योंकि वह जानता था कि सलीम पटेल का संबंध अंडरवर्ल्ड से है।
वहीं, ईडी ने आरोप लगाया है कि सलीम पटेल ने यह जमीन फर्जी तरीके से खरीदी थी। जबकि, मुनीरा का कहना है कि इस जमीन को बेचने की जानकारी कुछ मीडिया रिपोर्ट में छपी खबर के बाद मिली। हालांकि, इस जमीन के मामले में सरकारी अधिकारियों ने मुनीरा को पत्र भी भेजे थे। जिससे मुनीरा को यह विश्वास हो गया था कि यह प्लाट क़ानूनी तौर पर उसी का है।
बता दें कि बुधवार को नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर 300 करोड़ की सम्पत्ती को 55 लाख में ही हथियाने का आरोप है। कोर्ट ने मलिक को आठ दिन यानी 3 मार्च तक के लिये ईडी की डिमांड पर भेज दिया है।
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