गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर पर किये गए हमले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। मुर्तजा अब्बासी ने काबुल किया कि वह सीएए-एनआरसी कानून से आहात था और मुसलमानों के साथ अच्छा नहीं हो रहा है, इसलिए उसने गोरखपुर मंदिर पर हमला किया। मुर्तजा से कई जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। गोरखनाथ मंदिर में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले मुर्तजा ने कहा कि हम टैंपो पर चढ़ गए और कहा कि गोरखनाथ मंदिर के पास उतर देना। वहां पर पुलिस होगी उस पर ही हमला करेंगे। फिर काम तमाम हो जायेगा मेरा। उसने कहा कि हमने बहुत सारे एंगल पर के बारे में भी सोच रहे थे।
सीएए-एनआरसी के बारे में मुर्तजा ने कहा कि मेरे दिमाग में यही चार रहा था जो किसी आदमी के पहले काम करने के दौरान चलता है। मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है। तो हमने सोचा कर ही देते हैं भाई, नेपाल में भी नहीं सो पाए.कर्नाटक में मुसलमानों के साथ जो हो रहा है वह गलत हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मुर्तजा अब्बासी के हाथ में जो हथियार दिखाई दे रहा है. वह आईएसआई के एक आतंकी के हाथ भी देखा गया। इस संबंध का एक वीडियो टेलीग्राम पर देखा जा सकता है। यह वीडियो 25 मार्च को आईएस इंडिया संगठन द्वारा जारी किया गया है। इस वीडियो का भाषण बेहद भड़काऊ है। जिसमें कहा जा रहा कि भारत में चार स्लीपर सेल एक्टिव हैं। इसमें, देशीहथियारों को दिखाया गया है जिसमें बांकी, गड़ासा आदि हथियार शामिल है। यह आतंकी काले कपडे से अपना मुंह बांध रखा है। बता दें कि पहले ही जांच एजेंसियों ने कहा है कि गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के बाद जो दस्तावेज मिले है वह बहुत ही सनसनीखेज हैं।
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