रूस-यूक्रेन के बीच अभी भी भीषण युद्ध जारी है| अमेरिका सहित विश्व के अधिकांश देश युद्ध को लेकर रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा चुके हैं| प्रतिबंधों की मार झेल रहे रूस पर मानवाधिकार उल्ल्घंन को लेकर एक बड़ा और गंभीर आरोप लगाया जा रहा है|
दो गुटों में बटी दुनियां के बीच भारत अभी भी तटस्थ भूमिका में है, जो अमेरिका को काफी खटक रहा है| भारत का रूस के प्रति तटस्थ रवैये को लेकर अमेरिका की ओर कड़ी प्रतिक्रिया भी दी गयी है| विश्व में अमेरिका की दोहरी नीति को लेकर अब उस पर भी सवालिया निशान उठने लगे है|
यूक्रेन से युद्ध में रूस को तमाम प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है| ऐसे में अन्य देशों द्वारा रूस के खिलाफ युद्ध अपराधों के लिए मुकदमा और कठोर पाबंदी लगाने की मांग की जा रही है| यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के संबंध में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित कदम पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में आज वोटिंग होनी है|
संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद में कुल 47 सदस्य देश शामिल हैं| अमेरिका सहित तमाम नाटों देशों में संयुक्त राष्ट्र महासभा की अहम बैठक और वोटिंग को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी हैं| रूस पर यूक्रेन के बूचा शहर में भी नरसंहार के आरोप लगे हैं| अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कहा कि बूचा में युद्ध अपराध हुआ है|
इस बीच बूचा नरसंहार का मुद्दा भी काफी तूल पकड़ रहा है| रूस के खिलाफ यह प्रस्ताव अमेरिका ने रखा है| इस वोटिंग के बीच दुनिया की निगाहें भारत की ओर भी टिकी हैं क्योंकि सभी देश यह देखना चाहते हैं कि भारत रूस का साथ देगा या नहीं|
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