लाउडस्पीकर पर अजान और हनुमान चालीसा का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अलीगढ़ में सपा की महिला नेता रूबीना खानम ने धमकी देते हुए कहा कि मुस्लिमों को छेड़ने की कोशिश न की जाए। अगर मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा पढ़ी गई तो हम भी मंदिरों के सामने बैठकर कुरान का पाठ करेंगे। इसका मोर्चा हम महिलाएं संभालेंगी।
रूबीना ने कहा कि मस्जिदों और मंदिरों पर बहुत पहले से लाउडस्पीकर लगे हुए हैं। रमजान के पवित्र महीने में हमें अपनी धार्मिक गतिविधियां करने दें। जिस तरह से उसमें अड़ंगा लगाया जा रहा है गलत है।
गौरतलब है कि अलीगढ़ में हिंदूवादी संगठनों ने 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया है। इससे पहले वाराणसी में भी अजान के समय लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा पाठ की धमकी दी गई थी।
मैं यह बताना चाहूंगी कि मुस्लिम समुदाय को छेड़ने की कोशिश न की जाए, अगर ऐसा हुआ तो हम महिलाएं मोर्चा संभालेंगी और तुम्हारे मंदिरों के आगे बैठकर अपने कुरान का पाठ करेंगी: रूबीना खानम, समाजवादी पार्टी,अलीगढ़, उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/PKO7H3jF5d
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 18, 2022
सपा महिला सभा की महानगर अध्यक्ष रुबिया खानम ने चेतावनी देते हुए कहा कि हिंदूवादियों ने अगर मुस्लिम धर्म को टारगेट कर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर उतरवाने की कोशिश की तो सैकड़ों महिलाएं प्रदर्शन करेंगी। कहा कि अराजकतत्व कहते हैं कि लाउडस्पीकर उतार दें नहीं तो हम हनुमान चालीसा पढ़ेंगे। रुबिया ने भाजपा सरकार पर जमकर आरोप लगाए।
रुबिया खानम ने कहा कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने का काम किया गया तो मंदिरों के सामने सैकड़ों मुस्लिम महिलाएं कुरान बैठकर पढ़ेंगी। हम ये काम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। हमारा आचरण आप जैसा नहीं है। आपको समझाना चाहती हूं कि अपने धर्म का पालन करें। सबकी आस्था का सम्मान करें।
रुबीना ने कहा कि रमजान के पवित्र महीने में आप अड़ंगा लगा रहे है। हम हमेशा से ही धर्म के काम करते आ रहे हैं। हमेशा से ही मस्जिदों में लाउडस्पीकर लगे हैं। इसलिए आप अपने धर्म का पालन करो और हम अपने धर्म का करने दो।
भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार मुसलमान और हिंदुओं को लड़ाना चाहती है। ये वही सरकार है जो अपनी आस्था को भूल चुकी है, अपने आचरण को भूल चुकी है। भाजपा सब बातों को भूल चुकी है। उन्होंने कहा कि आप लोग मुसलमान समुदाय को छेड़ने की कोशिश न करें, हमारे धर्म, आस्था, जज्बात से खिलवाड़ करने की कोशिश न करें। अगर ऐसा हुआ तो हम महिलाएं मोर्चा संभालेंगी।
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