ज्ञानवापी मस्जिद सर्वेक्षण की रिपोर्ट गुरुवार को वाराणसी अदालत के समक्ष विशेष सहायक आयुक्त विशाल सिंह ने प्रस्तुत किया। इस दौरान कोर्ट के समक्ष दोनों पक्षों के लोग मौजूद थे। बताया जा रहा है कि लगभग 1000 के आसपास फोटोग्राफी हैं। विशेष कोर्ट द्वारा नियुक्त विशाल सिंह ने कहा कि हमने सीलबंद लिफाफे में एक वीडियो चिप कोर्ट को सौंपा है। उन्होंने यह रिपोर्ट वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश की गई। यह रिपोर्ट 12 पन्नों की है।
सहायक न्यायालय आयुक्त अजय प्रताप सिंह ने बताया कि रिपोर्ट अदालत के समक्ष प्रस्तुत की गई है। दोनों पक्षों के लोग अदालत के समक्ष उपस्थित थे। इस बीच, मामले में हिंदू याचिकाकर्ताओं ने कहा कि वे सर्वोच्च न्यायालय से और समय की मांग है। बता दें कि वाराणसी की एक अदालत में पांच हिंदू महिलाओं द्वारा याचिका दायर करने के बाद ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वीडियोग्राफी सर्वेक्षण का आदेश दिया गया था। इसके बाद हिंदू पक्ष के वकीलों ने दावा किया था कि मस्जिद परिसर एक ‘शिवलिंग’ हैं। जबकि मुस्लिम पक्ष ने इस दावे को नकारते हुए उसे एक फव्वारा बताया था।
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