परभणी जिले में प्रशासन का भ्रष्टाचार सामने आ गया है| परभणी में एक किसान को अज्ञात व्यक्ति ने मृत दिखा दिया, इसलिए वह सरकारी योजना का लाभ नहीं उठा सका। किसानों को प्रशासन को यह समझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है कि वे जिंदा हैं। वृद्ध किसान का नाम परभणी के काश्तगांव निवासी सीताराम सुरवासे (65) है। सुरवासे पिछले दस माह से प्रशासनिक कार्यालय में कार्यरत हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए प्रधान मंत्री किसान सम्मान योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों को 2,000 रुपये के मुकाबले 6,000 रुपये प्रति वर्ष दिए जाते हैं। इस योजना की अब तक 11 किश्तें किसानों को मिल चुकी हैं।
इनमें से छह किश्त सुरवसे को आसानी से चली गई और बाकी बिल्कुल नहीं आई। सर्वेश ने किसान सम्मान योजना के पोर्टल पर पूछताछ की। उसी दौरान उन्हें एक चौंकाने वाली सूचना मिली। इस पोर्टल पर किसी ने अपनी मृत्यु का प्रमाण पत्र अपलोड किया था। इस प्रमाणपत्र ने उन्हें योजना से अयोग्य घोषित कर दिया। वे पिछले दस महीनों से यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मृत्यु प्रमाण पत्र को पोर्टल पर किसने अपलोड किया और यह जानकारी देने के लिए कि हम जीवित हैं। सुरवासे ने भी आंदोलन शुरू कर दिया है |
परभणी जिल्ह्यातील सीताराम ज्ञानोबा सुरवसे या ६५ वर्षीय वृद्ध शेतकऱ्याला मृत दाखवून अनुदान बंद केल्यामुळे, आपण हयात आहोत हे पटवून देण्यासाठी गेल्या १० महिन्यांपासून जीवाचा आटापिटा करावा लागत आहे.
हे आंधळे, मुके आणि ठार बहिरे महा विकास आघाडी सरकार बळीराजाच्या जीवावरच उठले आहे. pic.twitter.com/aQMBUzgjAJ— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) May 21, 2022
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