उत्तर प्रदेश के कानपुर में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा को लेकर अलीगढ़ जिले में हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने खून से राष्ट्रपति को एक पत्र लिखकर जुमे की नमाज पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है| वही उनके द्वारा विवादित स्लोगन भी लिखकर कार्यकर्ताओं ने दीवारों पर चिपकाए हुए थे| हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने यह ज्ञापन डीएम के प्रतिनिधि अपर सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर सौंपे गए|
बता दें की गत दिनों कानपुर में हुए घटनाक्रमों को लेकर हिंदू महासभा ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा है कि जुम्मे के दिन को इन्होने आतंकवादी दिवस बना दिया है| आजादी के पहले से लेकर आजादी के बाद तक ऐसे सैकड़ों घटनाक्रम है जो जुमे की नमाज के बाद हुए हैं|
हिंदू महासभा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में मांग किया है कि सामूहिक नमाज पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया जाए| यही इनके द्वारा ऐसी मस्जिदों में इबादत के बाद ऐसे घटनाक्रम होते हैं, उन मस्जिदों को ध्वस्त करा दिया जाए| साथ ही जुमे की नमाज के समय छोटी मस्जिदों में 10 और बड़ी मस्जिदों में 25 से ऊपर लोगों को अनुमति नहीं दी जाए|
वही, हिंदू महासभा की ओर से पूरी तरह से सामूहिक नमाज पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही ऐसे मौलाना, मुफ़्ती या कोई भी व्यक्ति जो जुम्मे के दिन इबादत के नाम पर एकत्र होकर ऐसे भड़काऊ भाषण देता है और लोगों को भड़काता है| उस शख्स पर तुरंत ‘एनएसए’ लगा कर कार्रवाई की जाए|मस्जिदों पर जहां पर ऐसी तकरीर दी जाती है ऐसी मस्जिदों को तत्काल बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया जाए|
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