शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला और अब महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी ने भी विपक्ष के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने से इंकार कर दिया है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि विपक्ष कोई और उम्मीदवार की खोज करे। उन्होंने कहा कि उम्मीद करता हूँ कि वह किसी और नाम पर विचार करे। वह मेरे से बेहतर राष्ट्रपति साबित हो सकता है।
इससे पहले भी 2017 में गोपाल कृष्ण गांधी ने विपक्ष की ओर से उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार रह चुकें हैं। वे वैंकया नायडू के सामने खड़ा हुए थे। लेकिन उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा वे बंगाल के गवर्नर भी रह चुके हैं।
मालूम हो कि, विपक्ष राष्ट्रपति पद के लिए अब कोई उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है।ममता बनर्जी विपक्ष को एक जूट कर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की कई बार कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुई। ममता ने शरद पवार विपक्ष का उम्मीदवार बनाने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया था।
इसके बाद जब विपक्ष ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार प्रस्तावित किया। तो उन्होंने भी सक्रिय राजनीति से किनारा नहीं करने की बात कर उन्होंने इस प्रस्ताव को नकार दिया। अब गोपाल कृष्ण गांधी द्वारा इंकार किये जाने से विपक्ष का बड़ा झटका लगा है।
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