उद्धव ठाकरे ने बुधवार को फेसबुक के माध्यम से बागी शिवसैनिकों से भावुक अपील की। उनका कहना था कि उनके विधायक कहेंगे तो वह सीएम पद छोड़ देंगे। इस दौरान उद्धव ठाकरे न तो एक मुख्यमंत्री के रूप में सशक्त दिखे और न ही नेता के तौर पर कड़क। ढाई सालों में उनके हाथ केवल नाकामियां ही मिली।