26 C
Mumbai
Sunday, November 24, 2024
होमन्यूज़ अपडेटकोरोना काल में अनाथ हुए छात्रों की 'गार्जियन' बनी एकनाथ शिंदे सरकार

कोरोना काल में अनाथ हुए छात्रों की ‘गार्जियन’ बनी एकनाथ शिंदे सरकार

इंजीनियरिंग व मेडिकल के छात्रों की फीस भरेगी महाराष्ट्र सरकार, शिक्षा मंत्री का विधानसभा में एलान

Google News Follow

Related

महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार ने एक सराहनीय फैसला लिया है। मेडिकल और इंजीनियरिंग के पढ़ाई करने वाले ऐसे छात्र जिनके परिजनों की कोरोना महामारी के दौरान मौत हो गई, उनकी फीस राज्य सरकार जमा करेगी।

सोमवार को राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने विधानसभा में यह ऐलान किया। पाटिल ने कहा की मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र, जिन्होंने कोविड 19 के कारण माता-पिता को खो दिया है। राज्य सरकार उनकी फीस खुद वहन करेगी। कोरोना महामारी के दौरान बहुत से बच्चे अनाथ हो गए हैं। इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई में भारी भरकम फीस देनी होती है।

कोरोना से अनाथ हुए 1450 बच्चे: इसके पहले कोरोना के चलते अनाथ हुए बच्चों को बाल कल्याण निधि के तहत दी जाने वाली 11 सौ रुपए की राशि को बढ़ाकर पांच हजार रुपए करने और उनकी शिक्षा को सुनिश्चित करने की मांग को बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में दावा किया गया है कि कोरोना के चलते राज्य भर में करीब 1450 बच्चे अनाथ हुए। इन सभी बच्चों व वयस्क युवाओं को बाल न्याय कानून 2015 के तहत शिक्षा का इंतजाम करने का भी निर्देश दिया जाए।

 याचिका में कहा गया है कि अनाथ बच्चों की पहचान से जुड़े दस्तावेजों को भी सरकार को सुरक्षित रखने के लिए कहा जाए। इसके अलावा यदि अनाथ बच्चों को पहचान पत्र दिया जाता है तो यह उनकी शिक्षा व रोजगार के लिए कारगर होगा। याचिका मे आग्रह किया गया है कि बच्चों के लिए बनाई गई हेल्पलाइन 1098 को जिला स्तर पर महिला व बालकल्याण विभाग से जोड़ा जाए। याचिका में कहा गया है कि राज्य सरकार ने अनाथ बच्चों की पहचान के लिए एक कार्यदल का गठन किया है। लेकिन ऐसे बच्चों की सिर्फ पहचान करना पर्याप्त नहीं होगा। सरकार को बच्चों की शिक्षा व उनके देखरेख से जुडी योजना की राशि को बढ़ाकर पांच हजार रुपए करना चाहिए।


ये भी पढ़ें 

 

अगले 25 साल तक नहीं दिखेंगे मुंबई के सड़कों पर गड्ढे, बीएमसी ने बनाया प्लान

​मेल मनी लॉन्ड्रिंग मामला: संजय राउत की 5 सितंबर तक बढ़ी न्यायिक हिरासत

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,295फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
195,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें