न्यायमूर्ति उदय ललित उमेश ने भारत के 49 वें प्रधान न्यायाधीश की शपथ ली। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलाई। इस शपथ समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्री मौके पर मौजूद थे। इस दौरान प्रधान न्यायाधीश के पद से रिटायर होने वाले न्यायमूर्ति एन वी रमन भी मौजूद थे।
प्रधान न्यायाधीश की शपथ लेने के बाद उदय ललित उमेश ने अपने 90 वर्षीय पिता उमेश रंगनाथन ललित समेत कई बड़े बुजुर्गों का पैर छूकर आशीर्वाद लिया है। बता दें कि उदय ललित उमेश के पिता उमेश रंगनाथ ललित भी उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश रह चुके हैं। उदय ललित उमेश का कार्यकाल 74 दिन का होगा। 65 वर्ष होने पर प्रधान न्यायाधीश उदय ललित उमेश इसी साल आठ नवंबर को अपने पद से सेवानिवृत्त होंगे।
बता दें कि उनका पूरा परिवार वकालत के क्षेत्र में सक्रिय रहा है। यह परिवार एक सदी से अधिक से समय से इस पेशे में है। उनके दादा जी का नाम रंगनाथ ललित है। जो महाराष्ट्र के सोलापुर में वकालत करते थे। जबकि उदय ललित उमेश सोलापुर से अपनी वकालत की की शुरुआत की थी। उदय ललित उमेश बॉम्बे हाई कोर्ट के जज भी रहे हैं। उन्होंने इस पेशे में खूब नाम कमाया है। उदय ललित उमेश के दादा महाराष्ट्र के कोंकण जिले के विजय दुर्ग के गिरिये गांव के रहने वाले हैं।
उदय ललित उमेश की पत्नी टीचर हैं। अमिता ललित उदय नोएडा में एक स्कूल चलाती हैं। जबकि उनके दो बेटे है। दोनों बेटे शादीशुदा है। एक यही अपने परिवार के साथ रहते हैं ,जबकि दूसरा बेटा अमेरिका में है।
ये भी पढ़ें
नए सीजेआई उदय ललित का क्या है महाराष्ट्र से संबंध आप भी जाने
सोलापुर से शुरू की थी वकालत, बॉम्बे हाई कोर्ट के जज भी रहे