एनसीपी ने आरोप लगाया है कि भारी बारिश के बाद पुणे के लोगों को हुई परेशानी के लिए भाजपा जिम्मेदार है | पुणे में कल हुई भारी बारिश से पुणे के लोगों में भारी अफरा-तफरी मची हुई थी| शहर में कई जगह घुटनों तक पानी भर गया। इससे पुणे वासियों को काफी परेशानी हुई।
शहर के कई हिस्सों में बारिश का पानी घरों में भी घुस गया। लेकिन अब देखने में आया है कि इसे लेकर पुणे शहर की सियासत भी गरमा गई है| राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार, जो सर्वे सर्वे नगर निगम में थी| बारिश के कारण पुणे के लोगों को हुई परेशानी के लिए जिम्मेदार थी। लेकिन देखा जा रहा है कि एनसीपी के इस आरोप का भाजपा ने भी जवाब दिया है| राकांपा प्रवक्ता प्रदीप देशमुख ने भाजपा पर कड़ा प्रहार किया, जबकि भाजपा के नगर अध्यक्ष जगदीश मुलिक ने पलटवार किया।
पुणे के लोगों ने भाजपा को एक ऐसी पार्टी के रूप में चुना जो केवल निविदाओं पर ध्यान केंद्रित करती है। 99 नगरसेवकों ने जो किया है उसे देख पुणेकर सिर खुजला रहे हैं। पिछली बारिश में सड़क पूरी तरह से बह गई थी। गड्ढों के बिना सड़क नहीं थी। कल की बारिश में ये सब सीमित था। पुणे के लोग आज की शाम को नहीं भूल सकते। निविदा क्रीम खाने वाले कभी भी नागरिकों के सवालों का जवाब नहीं देंगे। वहीं एनसीपी प्रवक्ता प्रदीप देशमुख ने आरोप लगाया है कि जिले में कोई संरक्षक मंत्री नहीं है और प्रशासन मनमानी कर रहा है|
एनसीपी के इन आरोपों पर भाजपा ने जवाब दिया है| भाजपा के नगर अध्यक्ष जगदीश मुलिक ने पलटवार करते हुए कहा कि कल जो स्थिति हुई उसके लिए कांग्रेस और राकांपा पूरी तरह जिम्मेदार हैं। जब से नगर निगम शहर में अस्तित्व में आया, तब से नगर निगम पर उनका अधिकार था। मलिक ने एनसीपी से पूछा है कि उन्होंने उस समय शहर के लिए क्या और कहां की योजना बनाई थी। यहां तक कि मूलभूत सुविधाएं भी नहीं दी जाती हैं। उनके कार्यकाल में नाले की सफाई ठीक से नहीं हुई। मलिक ने कहा कि सत्ता में रहते हुए अगले 50 साल के बारे में सोचा जाना चाहिए, लेकिन कांग्रेस-राष्ट्रवादी पार्टी ने कुछ नहीं किया।
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