किरण बेदी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि भले ही अपने परिवार के संपर्क में न हो, माता-पिता को उसके बारे में जानकारी रखनी चाहिए। बेटी की देखभाल करना माता-पिता की जिम्मेदारी है। श्रद्धा के माता-पिता की भी जिम्मेदारी होनी चाहिए थी। हालांकि, श्रद्धा की हत्या उनके परिवार, समाज और दोस्त की नाकामी है|
किरण बेदी ने कहा कि आफताब और श्रद्धा एक डेटिंग एप के जरिए मिले थे। साथ ही श्रद्धा के मर्डर के बाद भी आफताब एक डेटिंग ऐप के जरिए दूसरी लड़की के संपर्क में आया था| इस पर किरण बेदी ने भी कमेंट किया है। आफताब डेटिंग ऐप का कितना उपयोग करना है, इसकी भी जांच करनी चाहिए। क्योंकि, क्या श्रद्धा को किसी बात की भनक लग गई और उसकी वजह से उनकी मौत हो गई? पुलिस को इसकी भी जांच करनी चाहिए।
इस बीच, पुलिस ने दिल्ली सत्र न्यायालय से आफताब को यह कहते हुए नार्को टेस्ट कराने की अनुमति देने का अनुरोध किया था कि वह पुलिस जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। इस मांग को दिल्ली सत्र न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है।
श्रद्धा वालकर मर्डर केस: आरोपियों का होगा ‘नार्को टेस्ट’, कोर्ट ने दी इजाजत