स्वतंत्र वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी की टिप्पणी से उद्धव ठाकरे की शिवसेना मुश्किल में पड़ गई है।महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ अपना गठबंधन बचाने के लिए कांग्रेस ने कहा है की इससे महाविकास आघाडी पर कोई असर नहीं होगा। शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जय राम रमेश ने शेगाव में कहा की महाराष्ट्र के लोगों ने भारत जोड़ो यात्रा को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया और प्यार दिया है। यह बात कुछ लोगों को पच नहीं रही है। राहुल गांधी ने एक जनसभा में कहा था की बिरसा मुंडा अंग्रेजो के सामने झुके नहीं। इस दौरान उन्होंने सावरकर से तुलना कर दी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने बताया कि शिवसेना और कांग्रेस, जो महा विकास अघाड़ी के घटक दल हैं, सावरकर पर अलग-अलग विचार रखते हैं, इसका महा विकास अघाड़ी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।जयराम रमेश ने शेगांव में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र में कुछ दल और संगठन सावरकर के मुद्दे पर माहौल गरमा रहे हैं। सावरकर के मामले में आप ऐतिहासिक सत्य को कैसे नकार सकते हैं? इस तरह का सवाल उठाना केवल भारत जोड़ो यात्रा का मुद्दा नहीं है। इस पर कांग्रेस का स्टैंड साफ है।
कांग्रेस ने इतिहास को नष्ट करके संगठित नहीं किया है। द्वि-राष्ट्रवाद की अवधारणा सावरकर द्वारा प्रस्तुत की गई थी। आरएसएस ने 1942 के भारत छोड़ो, आंदोलन का विरोध किया। यह एक ऐतिहासिक तथ्य है कि जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल विभाजन के कट्टर समर्थक थे और उन्होंने मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी। कांग्रेस नेता ने कहा की भारत जोड़ो यात्रा को भारी समर्थन मिल रहा है तो कुछ लोग विरोध कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। सभी भारतीय राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
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