भाजपा पार्टी है या चोर बाजार? अपनी ही पार्टी के नेताओं को देखने के बाद लगता है कि पार्टी के बाहर के नेता और भी हैं| इसलिए उद्धव ठाकरे ने हमला बोला कि भाजपा इम्पोर्टेड पार्टी बन गई है| हम तानाशाही चाहते हैं या लोकतंत्र, यह अहम सवाल है। कुछ 40 रेड लेकर गुवाहाटी गए हैं। 40 रेडे मैंने कहा नहीं, उसके मंत्री ने कहा।
मैंने मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवतीर्थ पर ही शपथ ली थी। हमने कुलस्वामिनी के दर्शन किए और फिर अयोध्या गए। वे आज वहां अपनी मन्नतें पूरी करने गए थे| पिछले हफ्ते गया था, अपना हाथ दिखाने। जो अपना भविष्य नहीं जानता वह अपना भविष्य स्वयं तय करेगा.. किसी कुरमुड़े ज्योतिष से पूछकर आपका भविष्य निर्धारित नहीं किया जा सकता|
दिल्ली में बैठने वालों से अपना भविष्य पूछिए…. उन्होंने कहा उठो या उठो, बैठो या बैठो … और हिंदुत्व इस समय, उद्धव ठाकरे ने उस शिवसेना को बचाने के लिए छोड़ दिया पर हमला किया। बुलढाणा में आने के बाद कुछ पुराने चेहरे नजर नहीं आते.. लेकिन पुराने चेहरे निकले कपटी और देशद्रोही। उन्हें लगता था कि बुलढाणा उनकी जागीर है.. लेकिन आपको देखकर ऐसा लगता है जैसे जलती मशाल हो। हमारी सरकार ठीक से काम कर रही थी, लेकिन उन्होंने सरकार को उखाड़ फेंका।
दशहरे के लिए निर्धारित मुंबई के बाहर पहली सभा बुलढाणा में होगी। ठाकरे ने कहा कि गद्दारों से छुटकारा पाना है तो जिजाऊ का आशीर्वाद लेना चाहिए| गद्दारों को बालासाहेब का नाम चाहिए और मोदी का आशीर्वाद छत्रपति शिवाजी महाराज का पुराना आदर्श कैसे बन सकता है? नहीं सहेंगे महाराज का अपमान? 92-93 में जब बाबरी धराशायी हुई थी तो गड्ढे में कहां छिप गए थे।
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