मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को अयोध्या में पैर नहीं रखने देने की बात कहने वाले भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह का नाम चर्चा में था| उत्तर प्रदेश के गोरखपुर सांसद बृजभूषण सिंह ने राज ठाकरे के अयोध्या दौरे का विरोध किया था| उसके बाद मनसे का विरोध, जो उसी बृजभूषण सिंह को रोकने की बात कर रहा था, शांत होता दिख रहा है। सांसद बृजभूषण सिंह 15 दिसंबर को पुणे आएंगे। मनसे ने जानकारी दी है कि इस बार उनका कोई विरोध नहीं होगा। मनसे के इस नरम रुख की अब हर जगह चर्चा हो रही है।
बृजभूषण सिंह महाराष्ट्र केसरी कुश्ती टूर्नामेंट के मौके पर पुणे आएंगे। हालांकि पुणे से मनसे नेता वसंत मोरे ने कहा है कि मनसे बृजभूषण सिंह का विरोध नहीं करेगी| “मनसे की यह भूमिका राज ठाकरे द्वारा तय की गई है। महाराष्ट्र के सैनिक या कोई भी नेता बृजभूषण सिंह की पुणे यात्रा के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे। राज ठाकरे के आदेश के कारण, सभी मनसे शांत हैं। ”वसंत मोरे ने कहा कि हालांकि राज ठाकरे अयोध्या नहीं गए थे, इसलिए, पूरा देश जानता है कि महाराष्ट्र के सैनिक की ताकत कितनी है|
वसंत मोरे ने भी चेतावनी दी है कि हमारे शरीर पर भी लाल मिट्टी होती है। हम कुश्ती करना बखूबी जानते हैं। वहीं मनसे नेता संदीप देशपांडे ने दावा किया है कि बृजभूषण सिंह शरद पवार की वजह से महाराष्ट्र आए थे| संदीप देशपांडे ने यह भी कहा कि बृजभूषण बकरा है।
संदीप देशपांडे ने जवाब दिया है, ‘हमें इस बात की जांच करनी होगी कि क्या शरद पवार ने बृजभूषण नाम के बकरे को वैसे ही बांधा है जैसे बाघ को पकड़ने के लिए बकरी बांधी जाती है।’ ऐसे में सवाल खड़ा हो गया है कि क्या बृजभूषण के दौरे को लेकर मनसे में मतभेद है|
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